Paytm News: पेटीएम पेमेंट्स बैंक की स्वतंत्र निदेशक मंजू अग्रवाल ने कंपनी छोड़ दी है और इसकी पुष्टि पेटीएम ने आज 12 फरवरी को कर दी है। पेटीएम ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसका खुलासा किया है। पेटीएम ने बताया कि मंजू अग्रवाल ने व्यक्तिगत कारणों से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से 1 फरवरी 2024 को इस्तीफा दिया था जिसे बोर्ड ने 6 फरवरी 2024 को संज्ञान में लिया था। मंजू अग्रवाल एसबीआई में डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) के तौर पर काम कर चुकी हैं और वह मई 2021 से पेटीएम पेमेंट्स बोर्ड में काम कर रही थीं।
कारोबार पर नहीं होगा कोई असर
पेटीएम पेमेंट्स बैंक की इंडिपेंडेंट डायरेक्टर ने ऐसे समय में कंपनी छोड़ी है जब यह नियामकीय दिक्कतों से जूझ रही है। हालांकि कंपनी का कहना है कि मंजू के कंपनी में अपने पद से इस्तीफा देने का कोई असर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि सेबी के रेगुलेशन 30 के प्रावधानों के तहत इस इस्तीफे का कंपनी के कारोबार पर कोई असर नहीं होगा।
RBI ने 31 जनवरी को की थी Paytm Payments Bank पर कार्रवाई
केंद्रीय बैंक RBI ने पिछले महीने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अहम कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक 29 फरवरी के बाद नए डिपॉजिट्स नहीं ले सकेगा और क्रेडिट ट्रांजैक्शंस भी नहीं हो सकेगा। RBI ने केवाईसी में काफी गड़बड़ियां पाईं। RBI ने अपनी जांच में पाया कि हजारों मामले ऐसे हैं जिसमें एक ही पैन 100 से अधिक ग्राहकों से जुड़े हैं तो कुछ मामले में 1 हजार से अधिक ग्राहकों से। इसके अलावा ट्रांजैक्शंस की टोटल वैल्यू भी करोड़ों रुपये की हो गई जो मिनिमम केवाईसी प्री-पेड इंस्ट्रूमेंट्स के लिए लिमिट से अधिक है और इससे मनी लॉन्ड्रिंग के सवाल उठे हैं।
9 फरवरी को पेमेंट्स कंपनी ने कहा कि बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पूक्व चेयरमैन एम दामोदरन की अगुवाआई में एक एडवाजरी कमेटी बनाई है। यह कमेटी इसे कंप्लॉयंस और रेगुलेशन पर सलाह देगी। तीन सदस्यों की इस कमेटी में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के पूर्व प्रेसिडेंट एमएम चिताले और आंध्रा बैंक के पूर्व सीएमडी आर रामचंद्रन हैं।