रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और वॉल्ट डिज्नी (Walt Disney) के अपने भारतीय मीडिया एसेट्स को मर्ज करने पर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन और मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी नए बोर्ड की चेयरपर्सन बनाई जा सकती हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में सोर्सेज के हवाले से कहा गया है कि रिलायंस और डिज्नी अपने भारतीय मीडिया कारोबार के विलय सौदे पर जल्द ही साइन कर सकते हैं। इसकी घोषणा बुधवार 28 फरवरी देर रात होने की संभावना है। आधिकारिक घोषणा से पहले योजनाएं बदल सकती हैं।
रिलायंस और डिज्नी, दोनों में से हर एक के पास एक स्ट्रीमिंग सर्विस है और दोनों के बीच 120 टेलीविजन चैनल हैं। यह सौदा भारत के 28 अरब डॉलर के मीडिया और मनोरंजन बाजार पर रिलायंस की पकड़ मजबूत करेगा।
किसकी कितनी रह सकती है हिस्सेदारी
रॉयटर्स की एक पुरानी रिपोर्ट में कहा गया था कि विलय के बाद बनने वाली यूनिट में रिलायंस की 51-54% हिस्सेदारी हो सकती है। हालांकि एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और उसके सहयोगियों की 61% हिस्सेदारी होने की संभावना है। जेम्स मर्डोक और डिज्नी के पूर्व टॉप एग्जीक्यूटिव उदय शंकर का एक जॉइंट वेंचर, बोधि ट्री भी विलय के बाद बनने वाली नई यूनिट में लगभग 9% हिस्सेदारी लेने के लिए तैयार है। डिज्नी की हिस्सेदारी लगभग 40% होगी।
भारत में डिज्नी का कारोबार कर रहा संघर्ष
भारत में डिज्नी के टीवी और स्ट्रीमिंग कारोबार पिछले कुछ वर्षों में मंद पड़ता देखा गया है। क्रिकेट स्ट्रीमिंग को लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच कई यूजर्स डिज्नी प्लेटफॉर्म को छोड़ चुके हैं।
जनवरी में स्टार इंडिया और Zee Entertainment के बीच टूटा था सौदा
इस साल जनवरी में Zee Entertainment Enterprises ने वॉल्ट डिज्नी के साथ लगभग 1.4 अरब डॉलर का सौदा तोड़ दिया था। यह सौदा भारत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के टीवी प्रसारण के लिए अधिकारों को लेकर था। जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने वॉल्ट डिज्नी के मालिकाना हक वाली कंपनी स्टार इंडिया से 68.54 करोड़ रुपये वापस लौटाने की मांग की है। जी एंटरटेनमेंट ने आरोप लगाया है कि स्टार इंडिया ने ICC मैचों के टीवी प्रसारण अधिकारों को साझा करने के मामले में उनके बीच हुए समझौते का अनुपालन नहीं किया है। स्टार ने भी अपने वकील के माध्यम से जी एंटरटेनमेंट को लेटर भेजकर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है। इसमें अधिकारों के लिए राइट्स फीस की पहली किस्त के बकाया के रूप में 20.35 करोड़ डॉलर यानि करीब 1693.42 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने की बात कही गई है। इसके साथ ही स्टार इंडिया ने बैंक गारंटी कमीशन और डिपॉजिट इंट्रेस्ट के भुगतान के लिए 17 करोड़ रुपये की भी मांग की है।
अगस्त 2022 में जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने 2024 से 2027 तक ICC मेन्स और अंडर-19 अंतरराष्ट्रीय मैचों के टीवी प्रसारण अधिकारों के सब-लाइसेंस के लिए स्टार इंडिया के साथ एक समझौता किया था। हालांकि Walt Disney के पास भी स्ट्रीमिंग राइट्स बरकरार रहने वाले थे।
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