मुंबई के जेजे हॉस्पिटल के मेडिकल बोर्ड का कहना है कि जेट एयरवेज (Jet Airways) के फाउंडर नरेश गोयल (Naresh Goyal) घातक बीमारी से पीड़ित हैं। हालांकि आगे और टेस्ट करने की जरूरत है। बोर्ड ने 23 फरवरी को एक विशेष अदालत को इस बारे में सूचना दी। नरेश गोयल इस वक्त मुंबई की आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्होंने 15 फरवरी को विशेष अदालत को बताया था कि उनके शरीर में मैलिग्नेंट ट्यूमर हैं। गोयल ने अदालत से प्राइवेट डॉक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर धीमी गति से बढ़ते कैंसर के प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए 6 माह की अंतरिम जमानत मांगी थी। मैलिग्नेंट ट्यूमर, कैंसर की कैटेगरी में आता है।
इसके बाद अदालत ने 74 वर्षीय गोयल की मेडिकल रिपोर्ट की जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड गठित करने का आदेश दिया। केनरा बैंक में 538 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के आरोप में गोयल जेल में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED or Enforcement Directorate) ने कथित बैंक धोखाधड़ी के सिलसिले में पिछले साल 1 सितंबर को गोयल को गिरफ्तार किया था।
गोयल की हेल्थ ग्राउंड्स पर मांगी गई जमानत का ईडी ने विरोध किया है और कहा है कि उनका इलाज टाटा मेमोरियल अस्पताल में हो सकता है। 23 फरवरी को सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि जेजे हॉस्पिटल के मेडिकल बोर्ड ने कोई स्वतंत्र राय नहीं दी, लेकिन स्पष्ट रूप से कहा कि उसे कुछ टेस्ट करने की जरूरत है जो जेजे हॉस्पिटल में नहीं हो सकते। ईडी ने कहा कि गोयल को जमानत नहीं दी जानी चाहिए। पुलिस सुरक्षा में टाटा मेमोरियल अस्पताल में उनका इलाज किया जा सकता है।
नरेश गोयल के वकील ने क्या दिया तर्क
गोयल के वकील अबाद पोंडा ने तर्क दिया कि जेजे अस्पताल के बोर्ड ने पुष्टि की थी कि प्राइवेट मेडिकल रिपोर्ट असली थीं, और उनके मुवक्किल को प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने का अधिकार है। वकील ने छह महीने के लिए मेडिकल बेल की मांग करते हुए कहा कि गोयल अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर हैं और अपनी पसंद का इलाज पाने के हकदार हैं। मामले की आगे की सुनवाई 27 फरवरी को होगी।