वित्त वर्ष 2023 के दौरान देश में गरीबी का स्तर तेजी से घटा है। शहरी इलाकों में अब गरीबी 4.6 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों में 7.2 प्रतिशत है। SBI के मुख्य आर्थिक सलाहकार, सौम्य कांति घोष ने मंगलवार 27 फरवरी को ये बातें कही। उन्होंने कहा कि हालिया कंज्यूमर एक्सपेंडिटर रिपोर्ट से पता चलता है कि गरीबी का ये स्तर करीब एक दशक पहले 2011-12 शहरों इलाकों में रहे 13.7 प्रतिशत और गांवों के लिए 25.7 प्रतिशत से काफी कम है। घोष ने कहा, "यह संभव है कि 2021 की जनगणना पूरी होने और नई ग्रामीण-शहरी आबादी का हिस्सा जारी होने के बाद इन आंकड़ों में मामूली बदलाव हो सकता है। हमारा मानना है कि शहरी गरीबी और भी कम हो सकती है। कुल मिलाकर, हमारा मानना है कि भारत में गरीबी दर अब यह 4.5-5 प्रतिशत के दायरे में रह गई है।''