ICICI Bank को ICICI सिक्योरिटीज को पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी बनाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी मिल गई है। बैंक ने आज 9 नवंबर को यह जानकारी दी। बैंक ने कहा, "हम आपको बताना चाहते हैं कि आज बैंक को कुछ शर्तों के अधीन ICICI सिक्योरिटीज को पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी बनाने के लिए RBI से मंजूरी मिल गई है।" ICICI बैंक ने 26 जून को घोषणा की कि वह बैंक की सब्सिडियरी कंपनी ICICI सिक्योरिटीज की डीलिस्टिंग के प्रपोजल पर विचार करेगा।
अपने इस फैसले की वजह बताते हुए ICICI बैंक ने 26 जून को कहा, "ICICI सिक्योरिटीज एक कम कैपिटल कंज्यूमिंग बिजनेस है और इंटरनल accruals बिजनेस ग्रोथ के लिए पर्याप्त से अधिक है। ICICI बैंक को कंपनी में अतिरिक्त पूंजी निवेश करने की जरूरत नहीं होने की उम्मीद है।"
ICICI सिक्योरिटीज ने 29 जून को घोषणा की थी कि वह डीलिस्ट हो जाएगी और अपनी पेरेंट कंपनी ICICI Bank की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी बन जाएगी। ICICI सिक्योरिटीज ने एक्सचेंज को बताया, "यह स्कीम ICICI बैंक और कंपनी के शेयरधारकों और क्रेडिटर्स, RBI, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल, स्टॉक एक्सचेंजों और अन्य रेगुलेटरी और स्टैचुअरी अथॉरिटी से अपेक्षित अप्रुवल प्राप्त करने के अधीन है।"
डीलिस्टिंग का निर्णय ब्रोकिंग फर्म के शेयर बाजार में डेब्यू के पांच साल बाद आया है। अप्रैल 2018 में ICICI सिक्योरिटीज के 4,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को खराब प्रतिक्रिया मिली थी। आईपीओ को कुल मिलाकर 78 फीसदी सब्सक्रिप्शन मिला। खुदरा निवेशकों ने अपने हिस्से के केवल 89 फीसदी के लिए बोली लगाई।