आईटी कंपनी HCLTech (HCL Technologies) ने अपने कर्मचारियों को सप्ताह में तीन दिन ऑफिस आने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर उन्हें 19 फरवरी से कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। एचसीएल टेक भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। अन्य प्रमुख आईटी कंपनियों की बात करें तो टीसीएस ने अपने कर्मचारियों के लिए सप्ताह में 5 दिन, इंफोसिस ने महीने में 10 दिन और विप्रो ने सप्ताह में 3 दिन ऑफिस से काम करना अनिवार्य कर दिया है।
एचसीएलटेक में ग्लोबल हेड- पीपुल फंक्शन DFS विकास शर्मा का कहना है कि सभी DFS (डिजिटल फाउंडेशन सर्विसेज) कर्मचारियों को उनके लिए निर्धारित एचसीएलटेक ऑफिस से सप्ताह में कम से कम तीन दिन काम करना होगा, फिर चाहे उनका बैंड कुछ भी हो। एचसीएलटेक के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी हाइब्रिड वर्क मॉडल का पालन करती है, जिसमें कर्मचारियों को सप्ताह में तीन दिन ऑफिस से काम करना है।
एक कर्मचारी के मुताबिक, एचआर मीटिंग्स में HCLTech का मैनेजमेंट, कर्मचारियों के सप्ताह में तीन दिन ऑफिस नहीं आने पर लीव विदआउट पे की चेतावनी दे रहा है। आगे कहा कि प्रोडक्टिविटी की बारीकी से निगरानी की जा रही है। कर्मचारियों को कम से कम 8 घंटे की लैपटॉप एक्टिविटी मेंटेन करने के लिए कहा जा रहा है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो मुश्किलें बढ़ जाएंगी। एचसीएल टेक का कहना है कि निर्देशों का पालन नहीं करने को अनाधिकृत अनुपस्थिति (Unauthorised Absence) माना जाएगा और कंपनी की पॉलिसी के अनुरूप अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
HCLTech लीडरशिप टीम पहले ही हाइब्रिड मोड में शिफ्ट
कंपनी के ईमेल लेटर में कहा गया है कि सीनियर मैनेजर और लीडरशिप टीम पहले ही काम के हाइब्रिड मोड में शिफ्ट हो चुके हैं और सप्ताह में कम से कम तीन दिन ऑफिस आ रहे हैं। 19 फरवरी 2024 से समान हाइब्रिड वर्क मॉडल E0 से लेकर E3तक , डिजिटल फाउंडेशन सर्विसेज के सभी कर्मचारियों पर लागू होगा। E3 बैंड में एक सामान्य कर्मचारी के पास लगभग 8-10 वर्षों का अनुभव होता है। रिपोर्टिंग मैनेजर्स को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है कि सभी कर्मचारियों का शिफ्ट शेड्यूल एसएमएम पोर्टल में अपडेट हो। ट्रेनिंग या ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग वाले फ्रेशर्स को सप्ताह में 5 दिन ऑफिस से काम करना होगा।