भारतीय वित्त मंत्रालय (Indian Finance Ministry) ने क्रिप्टो एक्सचेंज ऑपरेटर Binance समेत 9 ऑफशोर वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स को कारण बताओ नोटिस भेजा है। साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से इनके यूआरएल ब्लॉक करने को भी कहा है। स्थानीय मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों का पालन किए बिना भारत में अवैध रूप से संचालन करने के लिए यूआरएल्स ब्लॉक करने का निर्देश दिया गया है। 9 वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स में Binance, Kucoin, Huobi, Kraken, Gate.io, Bittrex, Bitstamp, MEXC Global और Bitfinex शामिल हैं।
28 दिसंबर को जारी एक बयान में वित्त मंत्रालय ने कहा कि ऑफशोर और ऑनशोर वर्चुअल डिजिटल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स, जो भारत में ऑपरेशनल हैं और वर्चुअल डिजिटल एसेट्स व फिएट मुद्राओं के एक्सचेंज, ट्रांसफर, वर्चुअल डिजिटल एसेट्स या इंस्ट्रूमेंट्स के एडमिनिस्ट्रिशेन जैसी गतिविधियों में शामिल हैं, उन्हें फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट-इंडिया के साथ रजिस्टर होना होगा। साथ ही प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के प्रावधानों का पालन करना होगा।
अब तक 31 ने कराया रजिस्ट्रेशन
फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट-इंडिया एक राष्ट्रीय एजेंसी है, जो प्रवर्तन एजेंसियों और इसके विदेशी समकक्षों को संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने, विश्लेषण करने और प्रसारित करने के लिए जिम्मेदार है। वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए ऑब्लिगेशन एक्टिविटी बेस्ड है और भारत में भौतिक उपस्थिति पर निर्भर नहीं है। अब तक 31 वर्चुअल डिजिटल एसेट्स सर्विस प्रोवाइडर्स ने फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट के साथ रजिस्ट्रेशन कराया है।
इस साल नवंबर में, चांगपेंग झाओ ने Binance के प्रमुख के पद से अपना इस्तीफा दिया था। अमेरिकी एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कानूनों को तोड़ने का दोषी माने जाने के बाद उन्होंने ऐसा किया। Binance, दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज संचालित करती है। झाओ का इस्तीफा Binance में जांच के बाद कई अरब डॉलर के सेटलमेंट का हिस्सा था।