Coal India : पब्लिक सेक्टर की कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अपने 16500 करोड़ रुपये के कैपिटल एक्सपेंडिचर के टारगेट को पार कर सकती है। सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी। देश के कुल कोल प्रोडक्शन में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80 परसेंट है। कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा, "जैसा कि हम मौजूदा वित्त वर्ष में आगे बढ़ रहे हैं, CIL और NLCIL दोनों एक बार फिर अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर टारगेट को पार करने की राह पर हैं।"
इकोनॉमिक ग्रोथ को मिलेगा बढ़ावा
मंत्रालय ने आगे कहा कि CIL और NLCIL दोनों अपने एनुअल कैपिटल एक्सपेंडिचर टारगेट को पार कर जाएंगी, जिससे भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ को और बढ़ावा मिलेगा। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए NLC इंडिया लिमिटेड (NLCIL) का कैपिटल एक्सपेंडिचर का टारगेट 2,880 करोड़ रुपये है। कोयला मंत्रालय का कैपिटल एक्सपेंडिचर का मौजूदा वित्त वर्ष के लिए लक्ष्य 21030 करोड़ रुपये है।
पिछले कुछ सालों में कोल के सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (CPSE) अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर टारगेट से अधिक हासिल कर रहे हैं। वित्त वर्ष 2021-22 में CIL ने अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर टारगेट का 104.88 फीसदी तो NLCIL ने 123.33 फीसदी हासिल किया। वित्त वर्ष 2022-23 में दोनों कंपनियों ने कैपिटल एक्सपेंडिचर के टारगेट का लगभग 113 फीसदी हासिल किया था। NLC इंडिया कोयला मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न कंपनी है। इसका मुख्य बिजनेस माइनिंग और पावर है।