Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने अंतरिम बजट 2024 पेश कर दिया है। इसके तहत वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के लिए बजट एस्टिमेट 7500 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश करते समय यह एस्टिमेट 7200 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया था। बाद में रिवाइज्ड एस्टिमेट 6881 करोड़ रुपये था। रिवाइज्ड एस्टिमेट की तुलना में आयुष्मान भारत स्कीम के लिए बजट 2024 का एस्टिमेट 9 प्रतिशत ज्यादा है।
वित्त वर्ष 2025 में आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (PM-ABHIM) के लिए 4108 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का प्रस्ताव है। बजट 2023 में इसके लिए 4200 करोड़ रुपये का बजट एस्टिमेट दिया गया था। उसके बाद रिवाइज्ड एस्टिमेट 2100 करोड़ रुपये था। रिवाइज्ड एस्टिमेट की तुलना में बजट 2024 का एस्टिमेट 95.61 प्रतिशत ज्यादा है।
बजट 2023 में आयुष्मान भारत स्कीम (Ayushman Bharat-Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) के लिए अलोकेशन 12 प्रतिशत बढ़ाकर 7200 करोड़ रुपये किया गया था। आयुष्मान भारत, दुनिया में सरकार की ओर से फंडेड सबसे बड़ी हेल्थ एश्योरेंस स्कीम है। 2024 के अप्रैल-मई में आम चुनावों के चलते फरवरी माह में अंतरिम बजट पेश किया गया है। इस बजट में केवल चुनाव नताजे आने तक के 4 महीनों के लिए प्रस्ताव शामिल हैं। चुनावों के बाद नई सरकार बनने पर जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया जाएगा।
AB-PMJAY सितंबर 2018 में हुई थी लॉन्च
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को सितंबर 2018 में लॉन्च किया गया था। PM-JAY का मकसद देश की आबादी में बॉटम 40 प्रतिशत में आने वाले गरीब, वंचित ग्रामीण परिवारों और शहरी श्रमिकों के परिवारों की चिन्हित कैटेगरी को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देना है। वर्तमान में इसके तहत देश के 30.6 करोड़ गरीब और वंचित परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये प्रति परिवार का कवर, द्वितीयक व तृतीयक केयर कंडीशंस के लिए उपलब्ध कराया गया है।
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पूरी तरह सरकार द्वारा फंडेड है और इस पर आने वाली लागत को केंद्र व राज्य सरकारें उठाती हैं। स्कीम के लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जाते हैं। स्कीम पूरी तरह से कैशलेस और पेपरलेस है।