वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने आज अपने बजट भाषण में कहा कि हाईवे और अफोर्डेबल हाउसिंग पर इन्वेस्टमेंट बढ़ाया जाएगा। हाईवे और अफोर्डेबल हाउसिंग पर फोकस से कोरोना महामारी के मार से जूझ रही इकोनॉमी में ग्रोथ की उम्मीद है। उन्होंने अपने बजट भाषण मे डिजिटल रूपी भी शुरु करने का एलान किया। इसके साथ ही यह भी कहा कि किप्टोकरेंसी से होनेवाली आय पर 30 फीसदी की दर से टैक्स लगाया जाएगा।
बाजार जानकारों का कहना है कि डिजिटल एसेट ट्रांजैक्शन जिसमें किप्टोकरेंसी और नॉन फंजिबल टोकन से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी कर लगाने के एलान से इस तरह के एसेट क्लास पर पूरी तरह से बैन का खतरा तो हट गया है लेकिन यह एसेट अब कम मुनाफे वाले हो गए है।
IDFC AMC के अनुप भास्कर का कहना है कि टैक्स के फ्रंट पर देखें तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन का सरलीकरण अपने में काफी अच्छी बात है। उन्होंने आगे कहा कि क्रिप्टोकरेंसी (वर्चुअल एसेट) पर 30 फीसदी टैक्स लगाए जाने की वजह से नए निवेशकों के लिए अब क्रिप्टो की तुलना में इक्विटी बाजार ज्यादा आर्कषक हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कैपेक्स पर खर्च बढ़ाना बजट की एक अहम बात है। इससे देश में कैपेक्स साइकिल को बूस्ट मिलेगा।
DVS Advisors के सुंदर राजन का कहना है कि डिजिटल एसेट की कमाई पर 30 फीसदी टैक्स और सरकार की अपनी डिजिटल करेंसी के लॉन्चिंग के एलान से यह साफ संकेत मिल रहा है कि सरकार HNI निवेशकों को क्रिप्टो में निवेश करने से हतोत्साहित करने की कोशिश कर रही है।
TBNG Capital Advisors के Tarun Birani का कहना है कि आगे हमें कुछ ओवरवैल्यूड पॉकेट में करेक्शन देखने को मिल सकता है। आगे बाजार में बॉटम फिशिंग के अच्छे मौके मिलेगे। लंबी अवधि के निवेशको के लिए 2022 अच्छे शेयरों के चुनाव का मौका देगा।