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Budget 2024 : पीएम मोदी के 9 साल के कार्यकाल में किस वित्तमंत्री ने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया?

Budget 2024 : 9.5 साल के एनडीए के शासन में सरकार का जोर इकोनॉमी पर रहा है। इसके नतीजे दिखे हैं। आज इंडिया दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7.6 फीसदी रही। इसमें मोदी सरकार के वित्तमंत्रियों का बड़ा योगदान है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 29, 2023 पर 6:27 PM
Budget 2024 : पीएम मोदी के 9 साल के कार्यकाल में किस वित्तमंत्री ने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया?
Budget 2024 : 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद अरुण जेटली को वित्तमंत्री बनाया गया। वह इस पद पर आखिर तक बने रहे। वह 2019 का अंतरिम बजट पेश नहीं कर सकें। इलाज के लिए तब वह विदेश में थे। गंभीर बीमारी के बाद 24 अगस्त, 2019 को उनका देहांत हो गया था।

Budget 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार पहली बार 2014 में बनी थी। यूपीए के 10 साल के शासन के बाद बनी इस सरकार से लोगों को काफी उम्मीदें थीं। नरेंद्र मोदी ने 2014 में लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान इंडिया की इकोनॉमी की ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने का वादा किया था। उन्होंने किसानों की इनकम बढ़ाने और खेती को फायदेमंद बनाने की बात कही थी। इससे जाहिर था कि सरकार बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का इकोनॉमी पर काफी फोकस होगा। 9 साल के एनडीए के शासन में सरकार का जोर इकोनॉमी पर रहा है। इसके नतीजे दिखे हैं। आज इंडिया दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7.6 फीसदी रही। इसमें मोदी सरकार के वित्तमंत्रियों का बड़ा योगदान है। आइए जानते हैं मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा बार बजट किस वित्तमंत्री ने पेश किया।

मोदी सरकार का पहला बजट

मोदी सरकार का पहला बजट अरुण जेटली ने पेश किया था। वह मोदी सरकार के पहले वित्तमंत्री थे। उन्होंने वित्त वर्ष 2014-15 का पूर्ण बजट 2014 की जुलाई में पेश किया था। उन्होंने इस बजट में कई बड़े ऐलान किए थे। जेटली एक वरिष्ठ वकील थे, जिन्हें आर्थिक मामलों की बहुत अच्छी समझ थी। उन्होंने नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में पांच बार बजट पेश किया था। 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद उन्हें वित्तमंत्री बनाया गया। वह इस पद पर आखिर तक बने रहे। इस दौरान उन्होंने हर केंद्रीय बजट पेश किया। इनकम टैक्स के नियमों को आसान बनाने के कदम उठाए। इकोनॉमी की ग्रोथ की रफ्तार तेज करने के लिए बड़े उपाय किए। वह 2019 का अंतरिम बजट पेश नहीं कर सकें। इसकी वजह यह थी इलाज के लिए तब वह विदेश में थे। गंभीर बीमारी के बाद 24 अगस्त, 2019 को उनका देहांत का हो गया था।

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