Budget 2024 : सरकार आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों सहित सभी तक सामाजिक सेवाएं पहुंचाने के लिए नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाने जा रही है। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और ब्लॉकचेन शामिल हैं। 'मेक इन इंडिया' के जरिए टेक्नोलॉजी सेक्टर को बढ़ावा देने पर सरकार का फोकस पहले से है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में इंडिया की ताकत बढ़ाने के लिए यूनियन बजट 2024 में कई ऐलान किए जा सकते हैं। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी, 2024 को यूनियन बजट (Union Budget 2024) पेश करेंगी। यह अंतरिम बजट होगा। इसमें सरकार का फोकस वोट-ऑन-अकाउंट पर होगा।
तीन सेंटर फॉर एक्सेलेंस बनाने की तैयारी
वित्तमंत्री ने 1 फरवरी, 2023 को पेश बजट में 'making AI in India'और 'Making AI work for India' पर खास जोर दिया था। उन्होंने इस मामले में सरकार के विजन को ध्यान में रख टॉप एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए 3 सेंटर ऑफ एक्सेलेंस (CoEs) बनाने का प्रस्ताव भी पेश किया था।
AI स्ट्रेटेजी के मामले में इंडिया ने ऊंची छलांग
वित्तमंत्री ने 1 फरवरी, 2023 को कहा था कि इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को रिसर्च और नए अप्लिकेशन तैयार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसका मकसद प्रॉब्लम का सॉल्यूशन तलाशना होगा। एग्रीकल्चर, हेल्थ और स्स्टेनेबल सिटीज सहित कई सेक्टर के लिए AI सॉल्यूशन तैयार किए जा सकते हैं। इस विजन से AI स्ट्रेटेजी के मामले में इंडिया ने ऊंची छलांग लगाई है। सरकार ने इस साल नवंबर में 3 नोडल हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में सेंटर फॉर एक्सेलेंस (CoEs) शुरू करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए थे। इसके लिए वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 के लिए 990 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। सरकार के प्रस्ताव भेजने के लिए आखिरी तारीख 31 दिसंबर, 2023 है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GPAI) समिट में इंडिया की अग्रणी भूमिका
ये तीन CoEs एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स और इंडस्ट्री के साथ मिलकर काम करेंगे। फिर चुने गए क्षेत्रों में प्रॉब्लम के समाधान के लिए नए अप्लिकेशंस तैयार किए जाएंगे। दिसंबर 2023 में आयोजित ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GPAI) समिट में इंडिया ने अग्रणी भूमिका निभाई। इसका मकसद रिस्पॉन्सिबल डेवलपमेंट के लिए AI का इस्तेमाल बढ़ाना था। GPAI नई दिल्ली डेक्लेरेशन में AI के सुरक्षित इस्तेमाल पर सदस्यों के बीच सहमति बनी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AI के नैतिक इस्तेमाल पर जोर दिया। नई दिल्ली डेक्लेरेशन में AI टैलेंट में इंडिया की बड़ी भूमिका को स्वीकार किया गया।