Budget 2024: 'कनक कनक तें सौ गुनी, मादकता अधिकाय...' हिंदी के प्रसिद्ध कवि बिहारी के दोहे की ये पंक्तियां कितनी सटीक हैं। बिहारी कहते हैं कि कनक यानि सोने में, कनक यानि धतूरे से 100 गुना ज्यादा नशा है। बात तो सही है। सोना, गोल्ड...नाम सुनते ही कैसे आंखों में चमक आ जाती है। वाकई सोने (Gold) की चमक जैसी और कोई चमक नहीं। ऐसे में अगर बात भारतीयों की हो तो उनके 'स्वर्ण प्रेम' को तो कोई टक्कर दे ही नहीं सकता। लगभग हर भारतीय महिला गोल्ड ज्वैलरी के साथ अपने श्रृंगार को पूर्ण पाती है। और केवल महिला ही क्यों...कई भारतीय पुरुष ऐसे हैं जो खास मौकों पर सोने की अंगूठी या चेन पहनते हैं, वहीं कुछ तो ऐसे हैं जो रोज ही इन्हें पहने दिखते हैं।