वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने 1 फरवरी को पेश बजट (Budget 2022) में ई-पासपोर्ट (e-passport) लॉन्च करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इसे अगले वित्त वर्ष से शुरू कर दिया जाएगा। ई-पासपोर्ट को लेकर खूब चर्चा हो रही है। ई-पासपोर्ट की क्या खूबिया होंगी, यह कैसे काम करेगा, यह सामान्य पासपोर्ट से कितना अलग होगा? आइए इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।
वित्तमंत्री ने कहा है कि ई-पासपोर्ट जारी होने से लोगों को काफी सुविधा होगी। मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स में सचिव संजय भट्टाचार्य ने हाल में कहा था कि सरकार जल्द ई-पासपोर्ट इश्यू करने जा रही है। इसमें रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) और बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल होगा।
माना जा रहा है कि ई-पासपोर्ट से इमिग्रेशन चेक-इन में आसानी होगा। यह इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन के स्टैंडर्ड के मुताबिक होगा। ई-पासपोर्ट के कवर पर एक इलेक्ट्रॉनिक चिप होगा। इस चिप में व्यक्ति के बारे में सभी अहम जानकारियां दर्ज होंगी। अभी ड्राइविंग लाइसेंस सहित कुछ डॉक्युमेंट्स में चिप का इस्तेमाल होता है।
माइक्रोचिप में व्यक्ति का नाम, जन्म की तारीख, एड्रेस, माता-पिता के नाम सहित अन्य जानकारियां होंगी। ये जानकारियां ई-पासपोर्ट में प्रिंटेड भी होंगी। माइक्रोचिप लगे होने की वजह से इमीग्रेशन में लगने वाला समय घट जाएगा। इमीग्रेशन काउंटर पर तुरंत ट्रेवलर के डिटेल्स को वेरिफाई कर लिया जाएगा। इससे इमीग्रेशन काउंटर पर भीड़ नहीं लगेगी। इसके अलावा जाली पासपोर्ट के इस्तेमाल के मामलों में भी कमी आएगी।
ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री ने ई-पासपोर्ट स्कीम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही एयरलाइंस इंडस्ट्री को इससे काफी राहत मिलेगी। कोरोना की मार जिन इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा पड़ी है, उनमें एयरलाइंस इंडस्ट्री भी शामिल है। 2020 में मार्च में लॉकडाउन के एलान के बाद से हवाई सेवाएं बंद कर दी गईं। अब भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। कुछ शर्तों के साथ ही विदेशी उड़ानों की मंजूरी दी गई है।