वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने रेलवे के लिए बड़े ऐलान किए हैं। इससे रेलवे की सूरत तो बदलेगी ही, आपका ट्रैवल एक्सपीरियंस भी बेहतर होगा। वित्त मंत्री ने रेलवे के जरिए किसानों को भी खुश करने की कोशिश की है। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए ज्यादा पैसे का इंतजाम किया है। आइए बजट (Budget 2022) में रेलवे के लिए हुए ऐलान के बारे में विस्तार से जानते हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगले तीन साल में 400 नए वंदे भारत ट्रेंस (Vande Bharat Trains) चलाने का ऐलान किया है। इनका रेक देश में ही बनेगा। ये 400 ट्रेंस उन 102 वंदे भारत ट्रेंस के अतिरिक्त हैं, जिनका ऐलान पहले किया जा चुका है। इसका मतलब है कि रेलवे हर साल 100 से ज्यादा वंदे भारत ट्रेंस चलाएगा। ये ट्रेंस आपके ट्रैवल एक्सपीरियंस को पूरी तरह से बदल देंगी। आइए पहले जान लेते हैं वंदे भारत ट्रेन की खासियत क्या है।
वंदे भारत ट्रेंस सेमी ऑटोमैटिक ट्रेन हैं। इसमें इंजन नहीं होता है। इसमें 16 कोच होते हैं। इसके सभी दरवाजे ऑटोमैटिक होते हैं। इसकी अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटे है। अभी देश में दो वंदे भारत ट्रेंस चल रही हैं। पहली, दिल्ली से वाराणसी के बीच चलती है। दूसरी, दिल्ली से कटरा के बीच चलती है। अगर हर साल 100 से ज्यादा नई वंदे भारत ट्रेंस चलती हैं तो आपका ट्रैवल एक्सपीरियंस पूरी तरह से बदल जाएगा। आप कम समय में अपने मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
100 पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल
दूसरा बड़ा ऐलान पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल्स को लेकर है। वित्त मंत्री ने कहा है कि अगले तीन साल में 100 पीएम गति शक्ति कार्गो टर्मिनल्स बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक फैसिलिटीज से देश में सामानों की ढुलाई के मौजूदा तरीके में बड़ा बदलाव आएगा। इससे कम समय में माल को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाना मुमकिन होगा।
वन स्टेशन एक प्रोडक्ट स्कीम
किसानों के लिए भी रेलवे ने खास ऐलान किया है। रेलवे 'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' विकसित करेगा। इस स्कीम के तहत लोकल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए उस इलाके के एक स्टेशन को चिन्हित किया जाएगा। फिर, उस खास प्रोडक्ट्स को देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचाने के लिए इस स्टेशन पर सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके अलावा रेलवे पोस्टल कैरेज भी चलाएगा। इससे पार्सल की ढुलाई के लिए नया विकल्प मिलेगा।
कैपिटल इन्वेस्टमेंट के लिए 2.38 लाख करोड़
इस बार बजट में वित्त मंत्री ने रेलवे के लिए 2.38 लाख करोड़ रुपये के पूंजी निवेश का ऐलान किया है। इसमें से एक लाख करोड़ रुपये बाहरी स्रोतों से जुटाए जाएंगे। पिछले साल रेलवे को कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 2.15 लाख करोड़ रुपये मिले थे। इस बार ज्यादा पैसे मिलने का मतलब है कि रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी निवेश करना जारी रखेगा।
ढांचागत सुविधाओं पर जारी रहेगा फोकस
दरअसल, रेलवे बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने पर फोकस कर रहा है। रेल लाइनों का तेजी से इलेक्ट्रिफिकेशन किया जा रहा है। सिग्नलिंग सिस्टम को स्टेट-ऑफ-आर्ट यानी आधुनिक बनाया जा रहा है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी के मामले में भी बड़ा सुधार लाया जा रहा है। कवच इसका उदाहरण है। इसे ट्रेन कॉलिजन एवॉयडेंस सिस्टम भी कहा जाता है। इसे रेल हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।