Budget 2022 : रेयर एंटरप्राइजेस के पार्टनर राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने कहा कि भारत डिजिटल करेंसी पर अपने प्रोविजंस के साथ चीन को फॉलो कर रहा है। उनका मानना है कि भारत अपनी डिजिटल करेंसी को प्रमोट करना चाहता है और इस प्रक्रिया में दूसरी सभी क्रिप्टो को खत्म कर रहा है। झुनझुनवाला ने आम बजट, 2022-23 पेश होने के बाद सीएनबीसी-टीवी 18 के साथ बातचीत में यह बात कही।
चीन को फॉलो कर रहा है भारत
बजट में क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में कई ऐलान के बाद झुनझुनवाला ने कहा, उन्हें लगता है कि भारत डिजिटल करंसी के मामले में चीन को फॉलो कर रहा है। उन्होंने कहा, “वास्तव में बजट 2022 ने आरबीआई ने डिजिटल करेंसी को बढ़ावा देने में एक मात्र सक्षम अथॉरिटी बना दिया है, इस प्रक्रिया दूसरी सभी क्रिप्टो को खत्म किया जा रहा है।” यह इसलिए भी अहम हो जाता है, क्योंकि क्रिप्टोकरंसी बिल अभी भी संसद में पेश किया जाना बाकी है।
झुनझुनवाला ने कहा, “मुझे लगता है, सरकार चाहती है कि रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी को बढ़ावा दे और दूसरी सभी करेंसी को खत्म कर दे, जैसे चीन कर रहा है। एक तरह से यह सही सोच भी है।”
वित्त मंत्री ने किए यह ऐलान
इससे पहले बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसी भी वर्चुअल डिजिटल एसेट के ट्रासंफर से होने वाली आय पर 30% टैक्स लगेगा। साथ ही उन्होंने यह भी ऐलान किया कि डिजिटल एसेट्स की बिक्री से होने वाले नुकसान की भरपाई अन्य आय से नहीं की जा सकती है।
इसके अलावा, कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन को छोड़कर ऐसी इनकम की गणना करते समय किसी प्रकार के एक्सपेंडिचर या अलाउंस के संबंध कोई डिडक्शन उपलब्ध नहीं होगा। साथ ही किसी अन्य डिजिटल एसेट के ट्रांसफर से होने वाले नुकसान को किसी अन्य इनकम के साथ समायोजित करने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने यह भी बताया कि गिफ्ट में मिली किसी वर्चुअल डिजिटल एसेट पर टैक्स चुकाना होगा।