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Budget 2022: वित्तमंत्री के बजट भाषण का क्यों हिस्सा बना 'छाता'?

देश में अम्ब्रेला मार्केट का ज्यादातर हिस्सा असंगठित क्षेत्र में है। इस वजह से इसके मार्केट साइज का सही अंदाजा लगाना मुश्किल है। लेकिन, इस उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इसका बाजार करीब 2,000 करोड़ रुपये का हो सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 02, 2022 पर 4:39 PM
Budget 2022: वित्तमंत्री के बजट भाषण का क्यों हिस्सा बना 'छाता'?
अम्ब्रेला का सबसे बड़ा बाजार केरल में है। इस राज्य में इसकी सालाना बिक्री करीब 700 करोड़ रुपये है। इस मार्केट में दो कंपनियों की ज्यादा हिस्सेदारी है। इनमें जॉन्स अम्ब्रेला और पॉपीज अम्ब्रेला शामिल हैं। देश में अम्ब्रेला के दूसरे बड़े ब्रांड्स में-मुंबई का शुगर संस शामिल है, जो हैपी ब्रांड नाम से छाता बेचता है। मैसूर का सन अम्ब्रेलाज, कोलकाता का सिटीजन अम्ब्रेलास इसके दूसरे बड़े ब्रांड्स हैं।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के बजट (Budget 2022) भाषण में 'छाता' के जिक्र ने हमें चौंका दिया। दरअसल, स्टैंडर्ड डिडक्शन, इनकम टैक्स स्लैब, सेक्शन 80सी के जिक्र का इंतजार कर रहे लोगों ने शायद ही अम्ब्रेला के बारे में सोचा होगा। वित्त मंत्री ने कहा था, "अम्ब्रेला पर ड्यूटी बढ़ाकर 20 फीसदी की जा रही है। अम्ब्रेला के पार्ट्स पर एग्जेम्प्शंस को वापस लिया जा रहा है।"

बजट में अम्ब्रेला पर इस ऐलान को सुनते ही कई लोगों ने ट्विटर का रुख किया। वे छाता महंगा होने को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराने लगे। कुछ ने तो मिडिल क्लास पर इसके पड़ने वाले असर का विश्लेषण तक कर डाला।

सवाल है कि आखिर अम्ब्रेला बजट भाषण का हिस्सा कैसे बना? देश की अम्ब्रेला इंडस्ट्री कितनी बड़ी है और क्या इस ऐलान से छाता की कीमतें बढ़ेंगी? आइए इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।

अम्ब्रेला मार्केट का आकार

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