Budget 2022: कांग्रेस (Congreess) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के बजट भाषण (Budget Speech) को एक वित्त मंत्री द्वारा "अब तक पढ़ा जाने वाला सबसे पूंजीवादी बजट" करार दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री पर कटाक्ष करते हुए, चिदंबरम ने देश में "यह याद रखने के लिए कि देश में गरीब लोग भी हैं" सीतारमण को धन्यवाद दिया, क्योंकि बजट भाषण के पैराग्राफ 6 में 'गरीब' शब्द केवल दो बार आया। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस देश के लोग "पूंजीवादी बजट" को अस्वीकार कर देंगे।
पी चिदंबरम ने कहा, "आज का बजट भाषण किसी वित्त मंत्री द्वारा पढ़ा गया, अब तक का सबसे पूंजीवादी भाषण था। 'गरीब' शब्द पैरा 6 में केवल दो बार आता है और हम वित्त मंत्री को इसे याद रखने के लिए धन्यवाद देते हैं कि इस देश में गरीब लोग हैं। लोग इस पूंजीवादी बजट को खारिज कर देंगे।"
उन्होंने कहा, "मैं चकित, स्तब्ध था कि वित्त मंत्री अगले 25 सालों के लिए एक योजना की रूपरेखा तैयार कर रहे थे। सरकार को लगता है कि वर्तमान पर ध्यान देने की कोई जरूरत ही नहीं है और जनता को 'अमृत काल' के उदय होने तक धैर्यपूर्वक इंतजार करने के लिए कहा जा सकता है। यह भारत के लोगों का मजाक उड़ा रहा है।"
उन्होंने कहा, "इसके मूलभूत सिद्धांत, जिसमें वित्तीय विवरण और वित्तीय स्थिति की पारदर्शिता शामिल है, सरकार की मंशा, ताकत और चुनौतियों को दर्शाते हैं। यह हमारा मार्गदर्शन करना जारी रखता है।"
चिदंबरम ने आश्चर्य जताया कि सरकार अगले 25 सालों के लिए एक योजना की रूपरेखा तैयार कर रही है, जबकि देश को तत्काल उपायों की जरूरत है।
इससे पहले पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा था, "बजट को समझने के लिए समझदारी तो चाहिए, उनको आंकड़े देखने नहीं आते इसलिए उन्हें (राहुल गांधी) 'ज़ीरो सम' दिखता है।"