Get App

पिछले 6 वर्षों में 4 बार बजट के दिन BSE Sensex ने दिया पॉजिटिव रिटर्न, किस साल सबसे ज्यादा चढ़ा

Interim Budget 2024: बजट 2024 में इनकम टैक्स की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया और न ही कोई बड़े ऐलान किए गए। अप्रैल-मई में आम चुनाव होने के बाद, नई सरकार बनने पर पूर्ण बजट पेश किया जाएगा। 1 फरवरी 2023 से इस साल 1 फरवरी तक सेंसेक्स में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 1 फरवरी 2024 को Sensex करीब 107 अंकों की गिरावट के साथ 71,645.30 पर बंद हुआ

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 01, 2024 पर 7:35 PM
पिछले 6 वर्षों में 4 बार बजट के दिन BSE Sensex ने दिया पॉजिटिव रिटर्न, किस साल सबसे ज्यादा चढ़ा
Budget 2024 घोषणा से एक दिन पहले बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 612.21 अंक उछलकर 71,752.11 अंक पर बंद हुआ।

Interim Budget 2024: गुरुवार 1 फरवरी को बजट पेश किए जाने के दिन बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 107 अंकों की गिरावट के साथ 71,645.30 पर बंद हुआ। पिछले 6 वर्षों में 4 बार ऐसा हुआ है, जब बजट के दिन सेंसेक्स ने पॉजिटिव रिटर्न दिया। एक एनालिसिस के अनुसार, बीएसई 2023, 2022, 2021 और 2019 में बजट के दिन पॉजिटिव नोट के साथ क्लोज हुआ था। 2023 में बजट के दिन बीएसई सेंसेक्स 158.18 अंकों की बढ़त के साथ 59,708.08 पर बंद हुआ था। 2022 में सेंसेक्स बजट के दिन 848.4 अंक उछला था।

2021 में बजट घोषणाओं के बाद सेंसेक्स 2,314.84 अंक चढ़ा था। 5 साल पहले चुनाव के चलते फरवरी 2019 में जब अंतरिम बजट पेश किया गया, उस दिन सेंसेक्स 212 अंक चढ़कर 36,469.43 पर बंद हुआ था। हालांकि 2019 के जुलाई महीने में पूर्ण बजट वाले दिन सेंसेक्स 394.67 अंक गिरकर 39,513.39 पर क्लोज हुआ था। साल 2020 में 1 फरवरी को बजट के दिन सेंसेक्स 987.96 अंक गिरकर 39,735.53 पर बंद हुआ था।

लोकलुभावन नहीं रहा अंतरिम बजट 2024

1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश किया। इस साल आम चुनाव होने की वजह से फरवरी महीने में अंतरिम बजट पेश किया गया है। लोकसभा में अपने करीब एक घंटे लंबे बजट भाषण में वित्त मंत्री ने पिछले 10 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। साथ ही पर्यटन, आवास और रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देने के उपायों की घोषणा की। आम तौर पर चुनावी वर्ष में पेश होने वाला बजट लोकलुभावन होता है। लेकिन मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह आखिरी बजट ऐसा नहीं दिखा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें