Air India: सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया (Air India News) आज यानी 27 जनवरी को टाटा ग्रुप (Tata Group) को सौंप दी जाएगी। एयर इंडिया के स्टाफ को एक मेल करके कंपनी के डायरेक्टर फाइनेंस विनोद हेजमादी (Vinod Hejmadi) ने कहा है कि एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया को 27 जनवरी 2022 को तय किया गया है। 24 जनवरी को बैलेंस शीट टाटा ग्रुप को दी जा चुकी है। ताकि टाटा इसकी समीक्षा कर सके।
एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया के तहत टाटा ग्रुप ने 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए सरकार की तरफ से लगी बोली जीती थी। टाटा समूह ने 18000 करोड़ रुपये में बोली जीती थी। 27 जनवरी को एयरलाइन के हस्तांतरण के समय DIPAM, वित्त मंत्रालय के अधिकारी शामिल रहेंगे और साथ ही Tata ग्रुप के अधिकारी भी शामिल रहेंगे।
इस डील के तहत सरकार एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) और ग्राउंड हैंडलिंग आर्म एयर इंडिया एसएटीएस (Air India SATS) में 50 फीसदी हिस्सेदारी टाटा ग्रुप को सौंप देगी। टाटा एयर इंडिया डील के एवज में सरकार को 2700 करोड़ रुपये नगद देगी और एयरलाइंस पर बकाया 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयर इंडिया के अलग-अलग ग्रुप के कई अधिकारी को टाटा इथोस और वर्क कल्चर आदि की ट्रेनिंग दी जाएगी। एयर इंडिया के कुछ डिपार्टमेंट के अधिकारी यह ट्रेनिंग लेंगे और उसके बाद वह अपने सहकर्मियों को इस बारे में जानकारी देंगे।
69 साल बाद फिर टाटा के पास एयर इंडिया
समय बलवान होता है। एयर इंडिया (Air India) की ये डील इसका उदाहरण है। 69 साल पहले टाटा ग्रुप की ही एयर इंडिया थी। बाद में सरकार ने इस एयरलाइन को अपने अधिकार में लिया। अब फिर इतने साल बाद एक बार फिर से एयरलाइन टाटा ग्रुप की हो जाएगी। बोली जीतने के मौके पर तब टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरण ने कहा था कि टाटा ग्रुप होने के नाते हम AIR INDIA के लिए विजेता होने पर खुश हैं। हमारे लिए यह एक ऐतिहासिक मौका है। हमारी यह कोशिश जरूर होगी कि हम एयर इंडिया को वर्ल्ड लेवल एयरलाइन बनाएंगे, जो हर भारतीय को गौरवान्वित करेगी।
फिलहाल टाटा के पास दो एयरलाइन कंपनियां हैं। एयर इंडिया तीसरा ब्रांड होगा। ग्रुप के पास एयरएशिया इंडिया (AirAsia India )और विस्तारा (Vistara) में बहुमत हिस्सेदारी है।