ईपीसी दिग्गज लार्सन एंड टुब्रो (Larsen & Toubro (L&T) ने 7 मार्च को बी2बी औद्योगिक उत्पादों और सेवाओं (B2B industrial products and services) के लिए एक इंटीग्रेटेड ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म एलएंडटी सूफिन (L&T SuFin) के लॉन्च की घोषणा की। एलएंडटी के सीईओ और एमडी एसएन सुब्रमण्यन (SN Subrahmanyan, CEO and MD of L&T) ने कहा कि यदि भारत को $ 5 ट्रिलियन (5 लाख करोड़ डॉलर) की इकोनॉमी बनाना है तो भारतीय उद्योगों की कुल वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए आपूर्ति श्रृंखलाओं को डिजिटल बनाना जरूरी है।
Subrahmanyan ने कहा “L&T-SuFin के लॉन्च के साथ, हमने अपनी डिजिटल परिवर्तन यात्रा में एक और छलांग लगाई है। इससे हमारे विश्वास की विरासत और इकोसिस्टम पर गहरी समझ बनाई है। हमें विश्वास है कि एलएंडटी-सूफिन औद्योगिक उत्पादों के लिए बी2बी मार्केटप्लेस को बदल देगा। इसे टियर I और टियर II शहरों के ग्राहकों के लिए भी आसानी से सुलभ, सुविधाजनक और पारदर्शी बनाना है। इससे सभी व्यवसायों के लिए एक समान अवसर और विकास के मौके उपलब्ध कराये जा सकेंगे। ”
कंपनी के बयान के मुताबिक इस प्लेटफॉर्म को व्यवसायों, विशेष रूप से एमएसएमई को सशक्त बनाने का 80 वर्षों के अनुभव है। इसके जरिये औद्योगिक आपूर्ति को पूरे भारत में डिजिटल और लागत प्रभावी ढंग से प्राप्त किया जा सकेगा।
L&T-SuFin का ऑफर क्या है?
कंपनी ने कहा कि L&T-SuFin 40 से अधिक श्रेणियों में औद्योगिक उत्पादों के चयन के साथ-साथ वित्त पोषण और रसद समर्थन की मेजबानी करता है।
विक्रेताओं के लिए, इस प्लेटफॉर्म को पूरे भारत में सभी श्रेणियों के खरीदारों तक पहुंच जाने के लिए डिजाइन किया गया है। इससे उन्हें एक ही प्लेटफॉर्म पर विक्रेता उपकरण, वितरण और बातचीत का एक संपूर्ण इकोसिस्टम उपलब्ध होगा।
L&T-SuFin केवाईसी-सत्यापित विक्रेताओं और एलएंडटी द्वारा जांचे गए खरीदारों की मेजबानी करेगा और 15,000 से अधिक पिन कोड तक लास्ट-माइल डिलीवरी की गारंटी देगा।
ये प्लेटफॉर्म MSMEs को आकर्षक ब्याज दरों पर बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से वर्किंग कैपिटल उपलब्ध करायेगा।
पिछले साल इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी नॉलेज प्लेटफॉर्म एलएंडटी एडुटेक (engineering and technology knowledge platform L&T EduTech) लॉन्च करने के बाद यह फैसला एलएंडटी के लिए एक और डिजिटल स्टेप है।
कंपनी ने कहा, "मूल रूप से डिजिटल तकनीकों के साथ, L&T-SuFin पारंपरिक आपूर्ति श्रृंखलाओं को बदलने और आपूर्तिकर्ताओं और खरीदारों के लिए एक विन-विन या हर सूरत में अच्छी स्थिति उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।"
इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम "औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाओं में महत्वपूर्ण अक्षमताओं" का सामना कर रहा था और एमएसएमई की सोर्सिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए B2B directories-डिजिटल या अन्य संसाधनों पर बहुत अधिक निर्भर था।
कंपनी ने आगे कहा "इन पारंपरिक आपूर्ति श्रृंखला में आने वाली समस्याएं व्यापार निरंतरता बनाये रखने, राजस्व या इन्वेंट्री बढ़ाने और कर्मचारियों की तैनाती में चुनौतियां बन गई हैं।"