आईफोन बनाने वाली दिग्गज अमेरिकी कंपनी एपल (Apple) का भारत में कारोबार 50,000 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है। एपल इंडिया ने बताया कि वित्त वर्ष 2023 उसकी कुल बिक्री यानी रेवेन्यू 48 फीसदी बढ़कर 49,321 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं कंपनी का शुद्ध मुनाफा इस दौरान 76 फीसदी बढ़कर 2,229 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले 5 सालों में भारत में एपल के शुद्ध मुनाफे में आया सबसे तेज उछाल है। कंपनी ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के पास जमा कराए दस्तावेजों में यह जानकारी दी है।
एपल इंडिया के मुनाफे में उछाल के पीछे मुख्य वजह नई जेनरेशन वाले डिवाइसों की अधिक बिक्री रही, जिसमें कंपनी का प्रॉफिट मार्जिन अधिक है। इसके अलावा कंपनी को कंपोनेंट्स की लागत में गिरावट से भी भी अपना मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली।
इसस कुछ दिन एपल इंडिया ने एक ऐलान में बताया था कि जल्द ही टाटा ग्रुप उसके लिए भारत में आईफोन बनाना शुरू करेगा। ये आईफोन भारतीय बाजार के साथ ग्लोबल मार्केट में भी सप्लाई होंगे। इसके साथ ही टाटा देश के भीतर आईफोन बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है। विस्ट्रॉन कॉर्पोरेशन, दक्षिण भारत में स्थित अपने एक प्लांट को टाटा को बेचने के लिए राजी हो गई है।
इससे पहले साल 2023 की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि एपल इंक ने अपने कुल उत्पादन का करीब 25 प्रतिशत भारत से करने का लक्ष्य रखा है, जो फिलहाल 5 से 7% के करीब है।
एपल ने मार्च में समाप्त हुए वित्त वर्ष में पहली बार भारत में करीब 6 अरब डॉलर की रिकॉर्ड बिक्री को छूने की जानकारी दी थी। यह कंपनी के लिए भारतीय बाजार के बढ़ते महत्व को बताता है। RoC के पास जमा डॉक्यूमेंट के मुताबिक, एपल इंडिया की रेवेन्यू का करीब 94.6 फीसदी हिस्सा प्रोडक्ट्स की बिक्री से आया है। वहीं करीब 5.4 फीसदी आमदनी उसे मेंटीनेंस और सर्विसेज से आया है।