Telengana Assembly Elections 2023: तेलंगाना राज्य को अस्तित्व में आए हुए अभी महज नौ साल ही हुए हैं और यहां पर तीसरी बार विधानसभा चुनाव की दुंदुभियां बज चुकी हैं। इससे पहले के दोनों चुनावों में के चंद्रशेखर राव (KCR) को जीत हासिल हुई थी और दोनों ही बार वह गजवेल विधानसभा सीट से राज्य की सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे। अब इस बार की बात करें तो तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के प्रमुख केसीआर दो विधानसभा सीटों से पर्चा दाखिल करने वाले हैं-गजवेल (Gajwel) और कामारेड्डी (Kamareddy)। इसका खुलासा उनकी पार्टी ने सोमवार 9 अक्टूबर को किया था। तेलंगाना में पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया 3 नवंबर से शुरू होगी और 10 नवंबर तक कर सकेंगे। राज्य में 30 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।
Gajwel सीट पर बढ़ा KCR को समर्थन, लेकिन कांग्रेस भी बढ़ी तेजी से
गजवेल विधानसभा सीट की बात करें और इसके लिए पिछले दो विधानसभा चुनाव के नतीजों को आधार बनाएं तो केसीआर को समर्थन बढ़ा है। 2014 के विधानसभा चुनाव में केसीआर ने 44.06 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी और दूसरे स्थान पर टीडीपी के प्रताप रेड्डी वंटेरू को मतदान का 34.21 फीसदी वोट और तीसरे स्थान पर कांग्रेस के टुमकुंटा नारसा रेड्डी को 17.32 वोट हासिल हुए थे। अगले ही चुनाव में केसीआर ने जीत का अंतर और बढ़ा लिया और 60.45 फीसदी मतों से अपना दबदबा कायम किया। वहीं दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के प्रताप रेड्डी वंटेरू को 32.36 फीसदी मत मिले। तीसरे स्थान पर निर्दलीय कांते शयन्ना को 1.62 फीसदी मत मिले।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री की सीट पर 92% ग्रामीण वोटर्स
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर जिस विधानसभा सीट गजवेल से सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे हैं, वह सामान्य सीट है। यह सिड्डीपेट जिले में है और हैदराबाद से करीब 62 किमी की दूरी पर है। 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां एससी मतों की संख्या 18.59 फीसदी, एसटी मतों की 1.35 फीसदी और मुस्लिम मतों की संख्या 6.6 फीसदी हैं। यहां करीब 92.25 फीसदी ग्रामीण वोटर्स हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां 88.97 वोट पड़े थे। 2,07,520 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।