Telangana Election Results : लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए दक्षिण भारत से भी अच्छे संकेत आ रहे हैं। तेलंगाना विधानसभा चुनाव के आज के नतीजों में BJP करीब 11 सीटों पर आगे चल रही है। आज तीन दिसंबर को तेलंगाना के अलावा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव नतीजे जारी किए गए हैं। नतीजों के मुताबिक अब तक तेलंगाना को छोड़कर अन्य तीनों राज्यों में भाजपा का पलड़ा भारी दिख रहा है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले चार राज्यों के इस जनादेश से भाजपा के हौसले बुलंद हो गए हैं। हालांकि, तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है।
तेलंगाना में भाजपा की सुधरी स्थिति
2018 के विधानसभा चुनावों में 6.98 फीसदी वोट शेयर के साथ भाजपा को सिर्फ एक सीट मिली थी। ऐसे में 11 सीटों को भाजपा के लिए बड़ी बढ़त के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, इस बार तेलंगाना में कांग्रेस को भारी जीत मिलती दिख रही है, इसके साथ ही भाजपा को भविष्य में नए अवसर मिलने की संभावना है। सीटों की संख्या में बढ़ोतरी से साफ पता चलता है कि पार्टी ने इस साल की शुरुआत में कर्नाटक चुनावों में अपनी गलतियों से कैसे सीख ली है।
राजनीतिक विश्लेषकों ने बताया कि राज्य चुनावों में हार के बावजूद भाजपा ने मतदाताओं की 19.5 फीसदी वोट शेयर के साथ चार लोकसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की थी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बार भगवा रंग में रंगी विधानसभा सीटों की संख्या कहीं अधिक होने से पार्टी आम चुनावों में भी अपनी संख्या में सुधार कर सकती है।
भाजपा विंध्य के दक्षिण में किसी भी राज्य में सत्ता में नहीं है, हालांकि उसने अपनी दावेदारी जरूर पेश की है। जमीन पर पकड़ हासिल करने के लिए पार्टी ने अपने चार लोकसभा सदस्यों में से तीन को मैदान में उतारा, जिनमें तेलंगाना भाजपा के पूर्व प्रमुख और करीमनगर के सांसद बंदी संजय कुमार, निज़ामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद और आदिलाबाद के सांसद सोयम बापू राव शामिल थे, जिन्होंने बोथ के आरक्षित सीट से चुनाव लड़ा था।
2018 के चुनाव में किसकी कितनी थी सीट
2018 के चुनावों में BRS, जिसे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के नाम से जाना जाता था, 88 सीटों के साथ एक प्रमुख पार्टी थी। कांग्रेस 19 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी, जबकि AIMIM को सात सीटें और भाजपा को सिर्फ 1 सीट मिली थी।
भाजपा 2023 में पिछड़े वर्ग से एक मुख्यमंत्री और अनुसूचित जाति के सब-कैटिगराइजेशन को स्वीकार करने का वादा करके चुनाव में उतरी थी। पार्टी के दिग्गज नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, “2024 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना में कांग्रेस बनाम बीजेपी पार्टी के लिए एक अच्छी खबर है क्योंकि हम कांग्रेस के साथ सीधी लड़ाई में विजयी होंगे।”