Telangana Election Results: असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM को बड़ा झटका लगता दिख रहा है। हैदराबाद की 7 सीटों में से इस पार्टी के उम्मीदवार सिर्फ 3 सीटों पर आगे चल रहे हैं। इन कुल 7 सीटों पर इस पार्टी का कब्जा था। लेकिन, चार सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार पिछड़ते दिख रहे हैं। ये सभी सीटे हैदराबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आती हैं। इस सीट से ओवैसी सांसद हैं। 7 सीटों में मलकपेट, कारवां, गोशामहल, चारमीनार, चंद्रयानगुट्टा, याकूतपुरा, बहादुरपुरा शामिल हैं। 2018 में तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनावों में AIMIM सिर्फ 7 सीटें जीत सकी थी। ये सभी सीटे हैदराबाद के तहत आती हैं। हैदराबाद में एआईएमआईएम का मजबूत पैठ है। ओवैसी परिवार की राजनीति करते आ रहे हैं।
2018 के विधानसभा चुनावों में हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में एआईएमआईएम का वोट शेयर सबसे ज्यादा था। असदुद्दीन ओवैसी 2009 से ही हैदराबाद की संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। हालांकि, हैदराबाद के बाद अपनी पार्टी का विस्तार करने की उनकी कोशिश सफर नहीं रही है। 2018 के विधानसभा चुनावों में, के चंद्रशेखर राव की बीआरएस ने राज्य में 119 में से 88 सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस को 21 सीटें मिली थी। एआईएमआईएम को 7 सीटों से संतोष करना पड़ा था। लेकिन, इस बार एआईएमआईएम की सीटें घटती दिख रही हैं। यह AIMIM के लिए बड़ा झटका है।
AIMIM इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं
पिछले कुछ सालों में AIMIM की महत्वकांक्षा बढ़ती दिखी हैं। इस पार्टी ने बिहार में हुए विधानसभा चुनावों में भी अपने उम्मीदवार उतारे थे। कुछ उम्मीदवारों को जीत भी मिली थी। इससे ओवैसी का हौसला बढ़ता गया। हालांकि, भाजपा से मुकाबले के लिए बने इंडिया गठबंधन से ओवैसी ने खुद को दूर रखा है। उन्होंने इस गठबंधन का हिस्सा बनने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। वह मुस्लिम वोट को ध्यान में रख राजनीति करते आ रहे हैं। अगर इस बार हैदराबाद में उनकी सीटों की संख्या घटती है तो यह पार्टी के भविष्य के लिए अच्छा नहीं होगा। इससे ओवैसी की साख में कमी आएगी।