BJP विधायक दीया कुमारी ने सचिन पायलट की जासूसी मामले में की जांच की मांग

Rajasthan Election 2023 Result: अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया कि 2020 में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत से पहले और उस दौरान पायलट की गतिविधियों और फोन को कांग्रेस की अगुवाई सरकार द्वारा ट्रैक किया गया था। इन आरोपों पर कांग्रेस नेता गहलोत और पायलट या उनके सहयोगियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है

अपडेटेड Dec 06, 2023 पर 5:45 PM
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राजस्थान चुनाव में पार्टी की हार के लिए लोकेश शर्मा गहलोत पर निशाना साध रहे हैं

Rajasthan Election 2023 Result: राजस्थान के विद्याधर नगर से नवनिर्वाचित भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विधायक दीया कुमारी (BJP MLA Diya Kumari) ने बुधवार को राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) द्वारा किए गए दावों की गहन जांच की मांग की है। बता दें कि राजसमंद से सांसद दीया कुमारी ने रविवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव में विद्याधर नगर सीट पर 71,368 वोटो के अंतर से जीत हासिल की है। कुमारी का यह बयान उस दावे के बाद आया है जिसमें गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सचिन पायलट (Sachin Pilot) पर नजर रखी जा रही है।

अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया कि 2020 में तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत से पहले और उस दौरान पायलट की गतिविधियों और फोन को कांग्रेस की अगुवाई सरकार द्वारा ट्रैक किया गया था। इन आरोपों पर कांग्रेस नेता गहलोत और पायलट या उनके सहयोगियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। शर्मा को राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं मिला था। राजस्थान चुनाव में पार्टी की हार के लिए वह गहलोत पर निशाना साध रहे हैं।

न्यूज 18 के मुताबिक, दीया कुमारी ने कहा, "यह निश्चित रूप से सामान्य ज्ञान है कि वह कहां जा रहे थे, किससे मिल रहे थे, किससे बात कर रहे थे... इस पर नजर रखी जा रही थी।" राजसमंद से सांसद रह चुकीं दीया कुमारी ने आगे कहा, "यह एक बहुत बड़ा आरोप है। अगर ओएसडी ने ऐसा कहा है तो जरूर कुछ सच्चाई होगी. इसकी जांच होनी चाहिए... अगर उसने ऐसा किया है, तो यह अवैध है।''


लोकेश शर्मा के आरोप

अशोक गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने कहा कि अगर पिछले साल सितंबर की घटनाएं नहीं होतीं, जब विधायक दल की बैठक को गहलोत के वफादारों ने नहीं होने दिया था। कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने उस एजेंडे को पूरा किया होता जिसके लिए वे आए थे, तो राजस्थान में तस्वीर इससे कुछ अलग होती। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व नेतृत्व परिवर्तन करना चाहता था और पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहता था। उन्होंने कहा कि गहलोत और पायलट के बीच मतभेदों ने पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया।

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ANI से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि राजस्थान में राजनीतिक संकट के दौरान जब सचिन पायलट 18 विधायकों के साथ मानेसर गए थे, तो राज्य सरकार उन पर और जिन लोगों से वह मिल रहे थे, उन पर नजर रख रही थी। उन्होंने कहा, "सचिन पायलट पर नजर रखी जा रही थी कि वह कहां जा रहे हैं और किससे फोन पर बात कर रहे हैं ताकि सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।" शर्मा ने यह भी दावा किया कि राज्य में कांग्रेस सरकार की सुरक्षा के लिए तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर निगरानी की गई थी।

Akhilesh

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