Rajasthan Cabinet Expansion: राजस्थान (Rajasthan) में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 21 विधायकों व चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी ने शनिवार को मंत्री पद की शपथ ली, जिनमें से 12 को कैबिनेट, पांच को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व पांच को राज्यमंत्री बनाया गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में विधायकों को पद व गोपनीयता दिलाई। जिनको मंत्री बनाया गया है, उनमें सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी भी शामिल हैं, जो करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर पांच जनवरी को मतदान होना है।
कैबिनेट मंत्रियों में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबूलाल खराड़ी, मदन दिलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश सिंह रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैयालाल चौधरी व सुमित गोदारा शामिल हैं।
वहीं विधायक संजय शर्मा, गौतम कुमार, झाबर सिंह खर्रा, हीरालाल नागर को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई गई है। इसके अलावा विधायक ओटाराम देवासी, डॉ. मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी, के के बिश्नोई व जवाहर सिंह बेढम ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद क्या बोले राठौड़ और मीणा?
राजस्थान में नई बनी BJP सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, "यह राजस्थान के लोगों के लिए सीधे काम करने का एक शानदार अवसर है। ऐसा अवसर हमेशा नहीं मिलता है। बस जैसे मैं पूरे समर्पण के साथ सेना और खेल जगत का हिस्सा था, वैसे ही इन 5 सालों में मैं खुद को राजस्थान के लोगों के लिए समर्पित करूंगा, जो हमें दिए गए हैं।"
राजस्थान के कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने के बाद बीजेपी विधायक डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है, "मैंने मंत्री पद की शपथ ली है, राजस्थान की जनता के रक्षक के तौर पर उनके लिए काम करूंगा। हम लोगों के बीच रहेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रखेंगे। सुनिश्चित करेंगे कि कोई पेपर लीक न हो और महिला सुरक्षा के लिए काम करेंगे।"
बता दें कि राज्य में विधानसभा की 200 में से 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किया गया था। भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ नवनिर्वाचित विधायक दिया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।
राज्य की करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इस सीट पर अब पांच जनवरी को मतदान होगा। यहां बीजेपी की ओर से पूर्व मंत्री सुरेंद्रपाल उम्मीदवार हैं, तो कांग्रेस ने कुन्नर के बेटे रुपिंदर सिंह को प्रत्याशी बनाया है।