Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान के धौलपुर जिले की 5 विधानसभा सीटों में एक धौलपुर विधानसभा सीटों पर सबकी निगाहें लगी हुई थी। यहां जीजा-साली अलग-अलग पार्टी से मैदान में थे जिसमें साली ने बाजी मार ली है। इस बार यह लड़ाई इसलिए भी दिलचस्प थी कि जीजा और साली पिछली बार जिस पार्टी से एक-दूसरे के खिलाफ थे, इस बार दल-बदल कर फिर एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में आ गए। पिछली बार भी साली शोभारानी ने बाजी मारी थी और इस बार भी। पिछली बार यानी 2018 में जीजा डॉ शिव चरण सिंह कुशवाहा दूसरे स्थान पर थे लेकिन इस बार तीसरे स्थान पर खिसक गए हैं।
कैसे-कैसे बदला चुनावी गणित
शोभारानी कुशवाहा पूर्व बसपा विधायक बीएल कुशवाह की पत्नी हैं। 2013 में वे धौलपुर से विधायक बने थे लेकिन हत्या के मामले में उम्रकैद होने पर उनकी सदस्यता चली गई। 2017 के उपचुनाव में बसपा के टिकट पर वह विधानसभा पहुंचीं। फिर 2018 में वह बीजेपी में चली गईं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उनके सामने उनके जीजा डॉ शिवचरण कुशवाहा कांग्रेस के टिकट से थे। इस लड़ाई में शोभा रानी ने 67,349 वोट हासिल कर 19,360 मतों से जीत हासिल की।
हालांकि करीब डेढ़ साल पहले राज्यसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की विधायक होने के बावजूद शोभारानी ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में वोट कर दिया। ऐसे में पार्टी के खिलाफ वोटिंग करने पर भाजपा ने उन्हें बाहर कर दिया। इस चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें अपनी पार्टी से टिकट देकर चुनाव में उतार दिया था। इसके टक्कर में बीजेपी ने शोभारानी के जीजा डॉ. शिवचरण को चुनाव मैदान में उतार दिया। इस बार फिर शोभारानी ने जीत हासिल की लेकिन इस बार कांग्रेस के टिकट पर।
इस बार कितना अंतर रहा जीत का
पिछले विधानसभा चुनाव में शोभारानी कुशवाहा ने 19,360 मतों से डॉ शिवचरण को हराया था। इस बार यह अंतर 24087 मतों का है। इस बार शोभारानी को 69724 वोट मिले हैं। हालांकि इस बार एक और बदलाव ये हुआ है कि डॉ शिवचरण तीसरे स्थान पर खिसक गए हैं। दूसरे स्थान पर 52935 मत हासिल कर बसपा के रितेश शर्मा हैं।