Karanpur Assembly Election Results: राजस्थान के गंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार रुपिंदर सिंह कुन्नर (Rupinder Singh Koonar) चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी और और 9 दिन पहले भजनलाल शर्मा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए सुरेंद्रपाल सिंह टीटी (Surender Pal Singh TT) को 11,283 मतों हरा दिया। यह देश का यह पहला मामला है जब उप-चुनाव से पहले बीजेपी ने किसी प्रत्याशी को मंत्री बनाया। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को उठाते नाराजगी जाहिर की थी। टीटी के चुनाव हार जाने पर राजस्थान कांग्रेस ने तंज कसा है।
कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इस सीट पर बाद में पांच जनवरी को मतदान हुआ था जिसकी गिनती सोमवार को हुई। निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कांग्रेस प्रत्याशी रुपिंदर सिंह को 94,950 वोट मिले जबकि टीटी को 83,667 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे आम आदमी पार्टी (AAP) प्रत्याशी पिरथीपाल सिंह को 11,940 वोट मिले।
इस जीत के साथ ही राज्य की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़कर 70 हो गई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी के 115 विधायक हैं। राज्य में विधानसभा की 200 में से 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। इसका परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किया गया। इसमें बीजेपी को 115 व कांग्रेस को 69 सीटें मिलीं।
करणपुर गंगानगर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी और तत्कालीन विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। बीजेपी ने सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने कुन्नर के बेटे रुपिंदर सिंह को टिकट दी।
विधायक से पहले ही बन गए मंत्री
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने करणपुर सीट से चुनाव लड़ रहे सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को 30 दिसंबर को बतौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। उन्हें कृषि विपणन विभाग, इंदिरा गांधी नहर विभाग तथा अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग दिया गया था। टीटी के लिए यह लगातार दूसरी हार है। साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इलाके की जनता ने बीजेपी को सबक सिखाया है। गहलोत ने आधिकारिक परिणाम आने से पहले ही X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "करणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने सबक सिखाया है।"