कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 'मेड इन चाइना फोन' (Made in China) वाली टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के पलटवार 'मूर्खों के सरदार' (Moorkhon ke sardar) तंज ने विवाद पैदा कर दिया है। चुनावी राज्य मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अपने अभियान के दौरान देश की सबसे पुरानी पार्टी ने BJP के ''अहंकार से प्रेरित'' और ''गलत'' भाषा के इस्तेमाल की आलोचना की है। हालांकि, भगवा खेमा अपने आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय की तरफ से गांधी की टिप्पणी और प्रधान मंत्री की प्रतिक्रिया का एक मैश-अप वीडियो शेयर करने पर खेद भी नहीं जता रहा है।
17 नवंबर को मध्य प्रदेश में मतदान से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ये तंज कसा। पीएम मोदी ने मंगलवार (14 नवंबर) को राज्य में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी के बयान का जवाब देने के लिए मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में भारत की प्रगति पर रोशनी डालते हुए कहा, "अरे मूर्खों के सरदार।"
उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे 17 नवंबर नजदीक आ रहा है, कांग्रेस के दावों की पोल खुलती जा रही है। आज हमें पूरे मध्य प्रदेश से रिपोर्ट मिली कि कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है और अब वे भाग्य पर भरोसा कर रहे हैं।"
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पीएम ने हार स्वीकार कर ली है और अब 'गलत भाषा' से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने ANI से कहा, "PM मोदी को चुनाव के नतीजों के बारे में पहले से ही पता है और यही कारण है कि देश के प्रधानमंत्री ऐसी अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं और राहुल गांधी को मूर्ख कह रहे हैं।"
'अहंकार बढ़ गया, सार्वजनिक रूप से गाली दे रहे हैं'
हाल ही में महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी विवाद में फंसे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पीएम मोदी के अहंकार की कोई सीमा नहीं है। उन्होंने ANI से कहा, "प्रधानमंत्री का अहंकार इतना बढ़ गया है कि अब वह सार्वजनिक रूप से गाली दे रहे हैं।"
चुनावी राज्य राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह तंज “दुर्भाग्यपूर्ण” और प्रधानमंत्री पद के लिए अशोभनीय है। उन्होंने पूछा, “ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री पद की गरिमा होती है... इसकी जितनी आलोचना की जाए, उतनी कम है। अगर कोई व्यक्ति गरिमापूर्ण पद पर है, लेकिन इस तरह की बातें कहता है, तो आप उससे क्या उम्मीद कर सकते हैं?”
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा कि ये मोदी के अहंकार को दर्शाता है और वह कैसे चाहते हैं कि लोगों का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटक जाए।
उन्होंने ANI को बताया, “ये पीएम मोदी के अहंकार को दर्शाता है… वह हमेशा वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहते हैं और राजनीतिक नेतृत्व के खिलाफ व्यक्तिगत हो जाते हैं… राहुल गांधी एक बड़े मुद्दे के बारे में बोल रहे थे… हर एक मोबाइल कंपनी या उपकरण के लिए जिसका हम इस्तेमाल कर रहे हैं, ज्यादातर 10,000 रुपए से कम कीमत वाले मोबाइल का प्रोडक्शन चीन में होता है... उस पृष्ठभूमि में हैंडसेट की संख्या एक बड़ी बात है... मेक इन इंडिया कार्यक्रम पूरी तरह से विफल हो गया है... MSME क्षेत्र और मध्यम स्तर के उद्योगों में प्रोडक्शन कम है, पीएम मोदी की गलत नीतियों के कारण पीड़ित हैं।”
शिवसेना (यूबीटी) भी इस विवाद में घिर गई, क्योंकि सांसद संजय राउत ने कहा कि BJP सक्रिय रूप से गांधी के बारे में सोच रही है, जो उनकी सफलता का एक हिस्सा था।
उन्होंने कहा, “…वे राहुल गांधी के बारे में चर्चा करते हैं और सोचते हैं। ये राहुल गांधी की सफलता है। उन्हें राहुल गांधी को मिलने वाले समर्थन का डर है। आपने कांग्रेस मुक्त भारत की घोषणा की थी। शिवसेना मुक्त महाराष्ट्र का सपना आपने देखा था। अगर किसी देश से आप किसी भी राजनीतिक दल को खत्म करना चाहते हैं, तो लोकतंत्र कायम नहीं रह सकता।"