MP Election 2023: मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) की तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना (Election Result) से पहले इंदौर में एक चाय बेचने वाले ने बड़ी अजीबोगरीब घोषणा की है। इस चाय वाले का कहना है कि सूबे की सत्ता में कांग्रेस (Congress) की वापसी पर वह अपनी खुशी जताने के लिए चार दिसंबर को लोगों को मुफ्त चाय पिलाएगा।
शहर के दवा बाजार में चाय की दुकान चलाने वाले दिलीप जैन ने अपने इस प्रतिष्ठान के बाहर इस दिलचस्प घोषणा का बैनर भी टांग रखा है, जो लोगों का ध्यान खींच रहा है।
जैन ने बुधवार को मीडिया से कहा, "मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं हूं, लेकिन मेरी दिली इच्छा है कि सूबे में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बने। अगर ऐसा होता है, तो मैं चार दिसंबर को सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक सबको मुफ्त चाय पिलाऊंगा।"
उन्होंने अनुमान लगाया कि लोगों को मुफ्त चाय पिलाने में उन्हें कम से कम 10,000 रुपए का खर्च आएगा।
जैन कांग्रेस के पुराने समर्थक हैं और उनका दावा है कि महंगाई से जूझता मध्यमवर्गीय तबका बीजेपी सरकार की नीतियों से ऊब चुका है।
चाय विक्रेता ने कहा कि उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी घोषणा की थी कि अगर कांग्रेस इंदौर जिले की नौ सीटों में से पांच सीटें जीतती है, तो वह लोगों को एक दिन मुफ्त चाय पिलाएंगे।
जैन ने कहा कि पांच साल पहले हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस इन नौ सीटों में से चार सीटें जीत सकी थी, इसलिए उन्होंने लोगों को मुफ्त चाय पिलाने की घोषणा पर अमल नहीं किया था।
श्योपुर में 18 उम्मीदवारों के लिए गुप्त पूजा
कुछ इसी तरह चुनाव परिणामों से पहले, विधानसभा चुनाव लड़ रहे 18 उम्मीदवारों की जीत के लिए मध्य प्रदेश के श्योपुर में एक खास गुप्त पूजा की गई। मध्य प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंडित बटुक आचार्य और उनके सहयोगियों ने विधानसभा चुनाव लड़ रहे 18 उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए श्योपुर के कराहल में एक गुप्त पूजा की। विशेष पूजा, जिसमें विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं, पिछले डेढ़ से दो महीने से चल रही है।
पंडित बटुक आचार्य ने कहा कि वह राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के 18 ज्ञात नेताओं को जानते हैं, जो विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनके कहने पर पुजारी और उनके शिष्य अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए गुप्त पूजा पाठ और अनुष्ठान कर रहे हैं।