Madhya Pradesh Election 2023: मध्य प्रदेश में 3 दिसंबर को होने वाले मतगणना का इंतजार किया जा रहा है। इस बीच मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बालाघाट जिले के कलेक्टर के खिलाफ पोस्टल बैलेट में छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से एक्शन लेने की मांग की है। कांग्रेस ने सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर उनसे बालाघाट के जिलाधिकारी के खिलाफ कथित रूप से स्ट्रांग रूम से पोस्टल बैलेट निकालने और गड़बड़ी करने को लेकर कार्रवाई करने की मांग की।
हालांकि, मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने प्रक्रिया पर संतुष्टि व्यक्त की है। राजन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "ये पोस्टल बैलेट कांग्रेस और बीजेपी के अधिकृत एजेंट की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से निकालकर विधानसभा वार अलग-अलग किए गए। उन्हें संबंधित बक्सों में रख दिया गया है।"
कांग्रेस उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि पोस्टल बैलेट को ट्रेजरी रूम से निकाला गया और कर्मियों ने अपनी मर्जी से उन्हें इधर-उधर किया। उन्होंने मांग की कि इसलिए बालाघाट के जिलाधिकारी गिरीश चंद्र मिश्रा को और चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अन्य कर्मियों को निलंबित किया जाए।
मिश्रा ने एक बयान में कहा कि स्थानीय तहसील कार्यालय में स्थित स्ट्रोंग रूम को पोस्टल बैलेट को अलग अलग करने के लिए राजनीतिक दलों के अधिकृत चुनावी एजेंट की उपस्थिति में खोला गया था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो के साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस ने पोस्ट में लिखा, "निर्वाचन को कलंकित करते बालाघाट कलेक्टर... मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने आज 27 नवंबर को ही स्ट्रांग रूम खुलवाकर बिना अभ्यर्थियों को सूचना दिए डाक मतपत्रों की पेटियां खोल दी है। अंतिम सांसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा हैं। कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता सतर्क और चौकन्ना रहे। बीजेपी की करारी हार से बौखलाई चोरी की ये सरकार और कुछ सरकारी दलाल वोट चुराने की फिराक मे हैं।"
इस वीडियो को शेयर करते हुए एमपी के कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने लिखा, "प्रदेश के बालाघाट जिले में पोस्टल बैलेट को मतगणना से पहले ही खोले जाने और छेड़छाड़ की आशंका का एक वीडियो सामने आया है, जिसकी शिकायत निर्वाचन आयोग में कांग्रेस पार्टी ने की है। यह अत्यंत गंभीर मामला है। दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आवाहन करता हूँ कि वे मुश्तैद रहें और कोई गड़बड़ी ना होने दें।" मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए थे। जबकि 3 दिसंबर को मतों की गिनती होगी।