मध्य प्रदेश में 2005 के बाद पहली बार BJP ने भेजा केंद्रीय पर्यवेक्षक, क्या मुख्यमंत्री पद से हटेंगे शिवराज सिंह चौहान?

Madhya Pradesh Cheif Minister: केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार 11 दिसंबर को पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होगी। बैठक सोमवार शाम पांच बजे या सात बजे के बीच किसी भी समय शुरू होने की उम्मीद है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि यह बैठक पहले रविवार को होने वाली थी। लेकिन केंद्रीय पर्यवेक्षकों के व्यस्त कार्यक्रम के कारण इसे सोमवार तक के लिए टाल दिया गया।

अपडेटेड Dec 09, 2023 पर 5:30 PM
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Madhya Pradesh New CM: मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री को लेकर जारी सस्पेंस सोमवार 11 दिसंबर को खत्म हो सकता है

Madhya Pradesh Cheif Minister: मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री को लेकर जारी सस्पेंस सोमवार 11 दिसंबर को खत्म हो सकता है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक सीनियर नेता के हवाले से यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सोमवार को मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। राज्य में हाल ही में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 230 सीटों में से 163 सीटें जीतीं। वहीं कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए बीजेपी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश में तीन केंद्रीय पर्यवेक्षक भेजे। इनमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के ओबीसी ‘मोर्चा’ प्रमुख, के लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा शामिल हैं।

जानकारी के मुताबिक केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार 11 दिसंबर को पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होगी। बैठक सोमवार शाम पांच बजे या सात बजे के बीच किसी भी समय शुरू होने की उम्मीद है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि यह बैठक पहले रविवार को होने वाली थी। लेकिन केंद्रीय पर्यवेक्षकों के व्यस्त कार्यक्रम के कारण इसे सोमवार तक के लिए टाल दिया गया।

तीनों पर्यवेक्षकों के रविवार शाम या सोमवार सुबह तक मध्य प्रदेश पहुंचने की संभावना है। पिछले 19 साल में यह तीसरी बार है जब BJP मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए मध्य प्रदेश में केंद्रीय पर्यवेक्षक भेज रही है।


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इससे पहले अगस्त 2004 में जब उमा भारती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था तो पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन और अरुण जेटली को राज्य में केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया था। इसके बाद नवंबर 2005 में, जब बाबूलाल गौर ने सीएम पद से इस्तीफा दिया तो, फिर विधायकों को नया मुख्यमंत्री चुनने में मदद करने के लिए राजनाथ सिंह को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाकर राज्य में भेजा गया था। तब शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री चुना गया था।

तब से राज्य में बीजेपी की हर जीत के शिवराज सिंह चौहान ही बिना किसी विवाद के राज्य में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री बनते रहे हैं। हालांकि इस बार विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक भेजा है। इससे राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज है, बीजेपी आलाकमान इस बार मध्य प्रदेश की कमान शिवराज सिंह चौहान से लेकर किसी और नेता को देना चाहता है।

ऐसी अटकलें इसलिए भी है क्योंकि पार्टी ने पिछले 20 सालों में पहली बार मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित किए बिना विधानसभा चुनाव लड़ा था। शिवराज सिंह चौहान की जगह जिन नेताओं को मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे बताया जा रहा है, उनमें प्रह्लाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम शामिल है। इसके अलावा नरेंद्र तोमर का नाम भी चर्चा में है।

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First Published: Dec 09, 2023 5:30 PM

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