Chhattisgarh elections 2023: भूपेश बघेल का शाह पर पलटवार, पैसे देकर छत्तीसगढ़ पर एहसान नहीं कर रहा केंद्र

छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में इस बार दिवाली और दशहरा का जुमला जोर-शोर से चल रहा है। इसकी शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से हुई, जब उन्होंने जगदलपुर की रैली में कहा कि चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में इस साल तीन बार दिवाली मनाई जाएगी। उनका कहना था कि बीजेपी राज्य में फिर से सत्ता में आ रही है और इस खुशी में ऐसा होगा। राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने इस पर पलटवार किया है

अपडेटेड Oct 20, 2023 पर 3:45 PM
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CG Election 2023: बघेल के चुनावी कैंपेन में प्राइवेटाइजेशन का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में इस बार दिवाली और दशहरा का जुमला जोर-शोर से चल रहा है। इसकी शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से हुई, जब उन्होंने जगदलपुर की रैली में कहा कि चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में इस साल तीन बार दिवाली मनाई जाएगी। उनका कहना था कि बीजेपी राज्य में फिर से सत्ता में आ रही है और इस खुशी में ऐसा होगा।

इस पर पलटवार करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा में सीएनएन-न्यूज18 (CNN-News18) से बातचीत में कहा कि शाह गलत बोल रहे हैं। दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने कहा, 'अमित शाह के सपने कभी साकार नहीं होंगे...वो मुगालते में हैं। दिवाली एक ही बार आती है, पर उससे पहले बस्तर में दशहरा मनेगा।' बस्तर में दशहरा को सबसे अहम त्योहार माना जाता है। पूजा-अर्चना के बाद लोगों से मिलने के बाद वह जगदलपुर के लिए रवाना हो गए।

भ्रष्टाचार

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बघेल पर निजी तौर पर भ्रष्टाचार करने का यह आरोप लगाया है। अमित शाह ने कोंडा गांव की रैली में कहा कि राज्य के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई रकम गायब हो जा रही है। उन्होंने कहा, 'केंद्र की कांग्रेस सरकार ने अपने 10 साल के शासनकाल में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों के कल्याण के लिए सिर्फ 29,000 करोड़ रुपये दिए थे। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह रकम बढ़कर 1,32,000 हो गई।'


इस पर बघेल का कहना था कि केंद्र सरकार ने इस राज्य के संसाधनों से करोड़ों की कमाई की है। उन्होंने कहा, 'अगर केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को रुपये देती है, तो वह कोई एहसान नहीं करती। इसके बजाय केंद्र सरकार राज्य के खनिज संसाधनों से ज्यादा पैसे हासिल करती है।' बघेल के चुनावी कैंपेन में प्राइवेटाइजेशन का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार की निजीकरण नीति का मकसद राज्य के लोगों की कीमत पर निजी क्षेत्र को फायदा पहुंचाना है। मुख्यमंत्री का कहना था कि दंतेवाड़ा के जंगलों के आसपास के लोग माइंस के प्रस्तावित निजीकरण का विरोध कर रहे हैं।

महादेव ऐप

बस्तर की एक चुनावी रैली में शाह ने कहा कि महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप घोटाला तकरीबन 5,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। उनका कहना था, 'किसी को बख्शा नहीं जाएगा।' इस पर पलटवार करते हुए बघेल ने कहा कि ऐप के प्रमोटर्स को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है, जिनके खिलाफ राज्य ने लुक-आउट सर्कुलर जारी किया है। उन्होंने कहा, 'इस केस में राज्य सरकार ने कुल 450 लोगों को गिरफ्तार किया है। अमित शाह जी को यह बताना चाहिए कि महादेव ऐप के प्रमोटर्स को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है। यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है। उनके साथ आपका किस तरह का समझौता है। इस तरह के ऐप को बंद करने के बजाय आपने गैंबलिंग पर 28 पर्सेंट जीएसटी लगा दिया। क्या आप ऐसे ऐप से अतिरिक्त टैक्स कमाना चाहते हैं?'

अंदरूनी कलह?

कांग्रेस में टी एस देव (TS Deo) और भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के बीच कथित खींचतान को लेकर बीजेपी ने निशाना साधा है। हालांकि, बघेल ने इसे खारिज करते हुए बीजेपी को अपने अंदर झाकने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी में अंदरूनी कलह इस हद तक बढ़ गई है कि वसुंधरा राजे राजस्थान में निकल नहीं रही हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह को यहां मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं घोषित किया गया है।'

MoneyControl News

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First Published: Oct 20, 2023 3:45 PM

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