Mahadev Betting App Case: महादेव बेटिंग एप मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। महादेव ऐप मामले में एक आरोपी का यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद उन्हें दुबई भाग जाने के लिए कहा था। महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा वांछित शुभम सोनी (Shubham Soni) ने दुबई से एक वीडियो बयान में कहा कि वह ऐप का असली मालिक है। उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और जुआ उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था।
सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की। सोनी ने कहा कि इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति माह का भुगतान शुरू हुआ, एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे।
वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है, "मैंने ED को अपना बयान लिखित में दे दिया है।" सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में नामित आरोपी) से हुई। उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा।
हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया। जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया, तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया। उन्होंने दावा किया, ''मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए।''
ED ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्लेषण और एक 'कैश कूरियर' द्वारा दिए गए बयान से चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि "ये जांच का विषय हैं"। ED ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं, जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ED द्वारा हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था।
बघेल का कहना है कि छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। सीएम ने आश्चर्य जताया कि कुछ समाचार चैनल किस आधार पर सोनी का वीडियो संदेश चला रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में सीएम बघेल ने लिखा, "आज कुछ समाचार चैनलों ने एक वीडियो दिखाया है जिसमें एक व्यक्ति यह दावा कर रहा है कि वह मुझसे मिला और मैंने उसे संरक्षण देने का आश्वासन दिया और उसे दुबई जाकर व्यवसाय करने का भी सुझाव दिया। मुझे आश्चर्य है कि एक अनजान व्यक्ति के बयान को सभी जिम्मेदार टीवी चैनल किस आधार पर चला रहे हैं? सिर्फ इस आधार पर कि इसमें मेरा नाम है? क्या यह मानहानि का मामला नहीं है?"
सीएम ने कहा, "यह कोई रहस्य नहीं है कि ये वीडियो क्यों आया है और कैसे आया है और यह भी समझना कठिन नहीं है कि ऐन चुनाव के वक्त ऐसा बयान बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए ही जारी किया गया है। यह भी हर कोई समझ रहा है कि ईडी को हथियार बनाकर ही ऐसा किया जा रहा है। दरअसल बीजेपी अब ईडी के सहारे ही चुनाव लड़ रही है और मुझे बदनाम करने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है। पहली बात तो यह कि मैं इस व्यक्ति को नहीं जानता और न मैं कभी इससे उस तरह मिला हूं, जैसा कि वह दावा कर रहा है। वह किसी सभा समारोह का हिस्सा रहा हो तो मैं नहीं कह सकता।"
बघेल ने पोस्ट में आगे लिखा, "दूसरी बात यह है कि यह व्यक्ति दावा कर रहा है कि वह महादेव ऐप का मालिक है। आश्चर्य की बात है कि यह बात महीनों से इस मामले की जांच कर रही एजेंसी ईडी को भी अभी तक पता नहीं थी और दो दिन पहले तक ईडी उसे मैनेजर बता रही थी। छत्तीसगढ़ की जनता सब जान-समझ रही है। वह बीजेपी और उसकी सहयोगी ईडी को चुनाव में करारा जवाब देगी।" बता दें कि छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है। जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।