Chhattisgarh Elections 2023: विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने बड़ा ऐलान किया है। सीएम ने सोमवार को कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार दोबारा बनते ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। सीएम भूपेश बघेल ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, "कांग्रेस सरकार आते ही पूर्व की तरह इस बार भी हम किसानों का कर्ज माफी करेंगे।" बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा चुनाव में किसानों के मतों को निर्णायक बताया है। उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन से कांग्रेस को 75 से अधिक सीटें हासिल करने में मदद मिलेगी। पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में बघेल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में शराबबंदी लागू करने की कोशिश की, जो पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा किए गए प्रमुख वादों में से एक था। लेकिन वह इसे लागू नहीं कर पाए, क्योंकि कई लोगों ने नकली शराब पीना शुरू कर दिया था तथा उनमें से कई की मौत हो गई।
बघेल से जब पूछा गया कि ऐसे कौन से मुद्दे हैं जिनसे कांग्रेस को 75 से अधिक सीटें मिल सकती हैं, तब उन्होंने कहा, "सबसे बड़ा मुद्दा किसान है और फिर महिलाएं, युवा और व्यवसायी हैं। हमने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों और युवाओं की जेब में पैसा डाला है। जब बाजार में पैसा पहुंचता है, तो व्यापारी भी खुश हो जाते हैं।"
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "हमने पिछले पांच वर्षों में किसानों और तेंदूपत्ता संग्राहकों (तेंदूपत्तों का उपयोग बीड़ी बनाने के लिए किया जाता है) से किया गया वादा पूरा किया है। इसी तरह, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में काम किया गया है। इन सभी कार्यों से लोगों के जीवन में विशेष रूप से आर्थिक रूप से बदलाव आया है।"
बघेल ने कहा कि कांग्रेस सरकार में किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ और महिला स्वयं सहायता समूहों को रोजगार मिला। उन्होंने कहा, "राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना और गोधन न्याय योजना सहित राज्य सरकार की कई योजनाओं ने लोगों के जीवन को बदल दिया है।"
बघेल ने कहा, "आदिवासियों के 'जल, जंगल, जमीन’ के अधिकारों की रक्षा के प्रयास किए गए। कभी नक्सलवाद से जल रहे बस्तर में शांति लौट रही है। ये सभी मुद्दे हमें (चुनाव में) मदद करेंगे।" उन्होंने कहा कि हमने किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का फैसला किया है और प्रधानमंत्री आवास योजना में केंद्र के सहयोग नहीं करने के बाद अपनी आवास योजना शुरू की है।
बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की तीन प्रमुख किसानोन्मुख योजनाओं ने कांग्रेस को पिछले पांच वर्षों में राज्य के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद की है। यह पूछे जाने पर कि क्या शराबबंदी के वादे को पूरा करने में कांग्रेस की विफलता से उसके महिला वोट बैंक पर असर पड़ेगा?
बघेल ने कहा, "हमने शराबबंदी लागू करने की कोशिश की और कोविड-19 महामारी के दौरान यह किया जा सकता था, लेकिन तब जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो गई। हम लोगों को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इसे हमें मिलकर खत्म करना होगा। भाजपा ने अपने 15 साल के शासनकाल में कुछ नहीं किया। उसने इसे लागू क्यों नहीं किया। मैं मोदी जी से पूरे देश में शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग करूंगा।"
संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के लंबित वादे पर उन्होंने कहा, "हमने संविदा कर्मियों के मानदेय में काफी वृद्धि की है। 27 फीसदी से 40 फीसदी तक की वृद्धि हम लोगों ने की है। इससे लोगों को लाभ हुआ है। वे काफी हद तक संतुष्ट भी हैं।"