Chhattisgarh Elections 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान अंजोरा (Anjora) नाम का एक गांव सुर्खियों में बना हुआ है। महज 5,000 की आबादी वाला यह गांव, छत्तीसगढ़ के गठन के बाद से ही हर विधानसभा चुनाव में 2 विधायक चुनता है। चुनाव के दौरान इस गांव में दो विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी और नेता वोट मांगने के लिए जाते हैं। दरअसल अंजोरा गांव, राजनांदगांव और दुर्ग दोनों जिले को अलग करने वाली सीमा पर बसा हुआ है। गांव के लगभग बीच से एक सड़क जाती है, जो राजनांदगांव और दुर्ग जिले की सीमा बनाती है।
साथ ही यह सड़क अंजोरा गांव को दो भाग में बांट देती है। इसके चलते अंजोरा गांव का आधा हिस्सा दुर्ग ग्रामीण विधानसभा (Durg Rural Vishasabha) में आता है, जबकि सड़क के दूसरी तरफ वाला हिस्सा राजनांदगांव विधानसभा (Rajnandgaon Vidhansabha) में आता है।
दुर्ग शहर से यह गांव करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर है और जो सड़क दुर्ग और राजनांदगांव जिले को अलग करती है, वह मुंबई-हावड़ा नेशनल हाइवे-53 है। अंजोरा गांव, सिर्फ 2 विधानसभाओं को ही वोट नहीं करता है बल्कि इसका प्रशासन भी 2 पंचायतों के अंदर आता है - अंजोरा ग्राम पंचायत (राजनांदगांव) और अंजोरा 'ख (बी)' ग्राम पंचायत (दुर्ग)।
दुर्ग ग्रामीण और राजनांदगांव दोनों विधानसभा सीटों के उम्मीदवार दिलचस्प मुकाबले के कारण चुनाव से पहले प्रचार करने के लिए अंजोरा गांव का दौरा कर रहे हैं।
अंजोरा ग्राम पंचायत (राजनांदगांव) की सरपंच अंजू साहू ने बताया, "यहां दोनों विधानसभा सीटों के नेता प्रचार के लिए आते हैं, ऐसे में कई लोग बार कंफ्यूज हो जाते हैं। उनकी विधानसभा चाहे जो भी हो, लेकिन आपको पूरे गांव में दोनों विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के पोस्टर और बैनर दिखेंगे। इसीलिए ये कहा जाता है कि यह गांव दो विधायक चुनता है।" अंजू साहू, कांग्रेस पार्टी की सदस्य भी हैं।
एक सड़क से गांव के दो विधानसभा और पंचायचों में बंटने के बावजूद, यहां के लोग मिलजुलकर शांतिपूर्वक तरीके से रहते हैं और सभी पर्व-त्योहार मिलजुल कर मनाते हैं।
साहू ने बताया कि उनके ससुराल वाले राजनांदगांव विधानसभा में वोट देते हैं, लेकिन उनका पैतृक घर अंजोरा 'ख (बी)' ग्राम पंचायत में आता है, जो दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट के लिए वोट डालता है।
छत्तीसगढ़ में इस महीने 2 चरणों में मतदाम होने हैं। प्रदेश की 20 सीटों पर 7 नवंबर को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे, जिसमें राजनांदगांव विधानसभा भी है। वहीं बाकी 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा, जिसमें दुर्ग ग्रामीण विधानसभा आता है।
अंजोरा 'ख (बी)' ग्राम पंचायत की सरपंच संगीता साहू हैं। उनके पति माखनलाल साहू ने बताया कि साल 1973 में दुर्ग जिले से अलगकर राजनांदगांव जिला (तत्कालीन मध्य प्रदेश) बनाया गया था। इसके बाद गांव को दो पंचायतों में बांटा गया।
उनके अनुसार, गांव की सीमाएं इस तरह खींची गईं हैं कि इसका आधा हिस्सा एक विधानसभा में और दूसरा आधा हिस्सा दूसरे विधानसभा में आता है। उनके मुताबिक, गांव में ऐसे भी परिवार हैं जहां आधे सदस्यों को दुर्ग ग्रामीण के लिए और आधे को राजनंदनगांव सीट के लिए वोट देना होता था।
राजनांदगांव और दुर्ग ग्रामीण, दोनों छत्तीसगढ़ विधानसभा की हाईप्रोफाइल सीटें हैं। राजनांदगांव से बीजेपी उपाध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह उम्मीदवार हैं। वहीं दुर्ग ग्रामीण से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेता और राज्य के मौजूदा गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू उम्मीदवार हैं।