CG Election 2023: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने बृहस्पतिवार को कहा कि चुनाव आयोग (EC) को छत्तीसगढ़ में चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात किए जा रहे अर्धसैनिक बलों के सामान और गाड़ियों की जांच करनी चाहिए। बघेल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उनके जरिए कैश और दूसरी वस्तुओं को पहुंचाया जा सकता है।
यहां पुलिस लाइन में हेलीपैड पर संवाददाताओं से बात करते हुए, बघेल ने कहा कि BJP सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकती है।
उन्होंने कहा, "ED के वरिष्ठ अधिकारी छत्तीसगढ़ का दौरा करते रहे हैं, लेकिन सरकारी अधिकारियों की गाड़ियों की जांच नहीं की जाती है। आम यात्रियों की जांच की जा रही है। हेलीकॉप्टर और वाहनों (कारों) से यात्रा करते समय हमारी जांच की जाती है।”
मुख्यमंत्री ने दावा किया, "CRPF का एक विमान बड़े बक्से लेकर आया, लेकिन उसकी जांच नहीं की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) अपनी जांच के लिए आ सकता है, लेकिन मैं चुनाव आयोग से कहना चाहता हूं कि केंद्रीय जांच एजेंसी के वाहनों की जांच की जानी चाहिए।"
बघेल ने कहा, "BJP ने (चुनावों में) अपनी हार स्वीकार कर ली है और ये उनका आखिरी दांव है कि वे बक्सों में पैसा ला रहे हैं, जिसका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जाएगा। इसलिए सभी गाड़ियों की जांच की जानी चाहिए, खासकर ED और CRPF के वाहनों की।''
मुख्यमंत्री ने कहा, "जब राज्य में पहले से ही सीआरपीएफ तैनात है, तो बाहर से अतिरिक्त बल तैनात करने की जरूरत क्यों है? इसका मतलब है कि जो बक्से लाए जा रहे हैं उनमें नोट या दूसरे सामान भी हो सकते हैं, इसलिए इनकी जांच की जानी चाहिए।''
हमारी पार्टी दर्ज कराएगी शिकायत: CM बघेल
ये पूछे जाने पर कि क्या चुनाव में अर्धसैनिक बल का दुरुपयोग हो सकता है, बघेल ने कहा, "ये बिल्कुल संभव है। सत्ता हासिल करने के लिए वे किसी भी स्तर तक जा सकते हैं.. ये बहुत गंभीर मुद्दा है और चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए। हमारी पार्टी की ओर से शिकायत दर्ज कराई जाएगी।”
उन्होंने कहा, "CRPF के जवान कल विशेष विमान से यहां पहुंचे। सरकारी ड्यूटी पर होने के कारण हवाई अड्डा प्राधिकरण ने उनके वाहनों की जांच नहीं की। जब हर जगह CCTV कैमरे लगे हैं और सबकी जांच हो रही है, तो फिर उनकी जांच क्यों नहीं हो रही है? वे जहां भी जा रहे हैं, उनके वाहनों की जांच की जानी चाहिए।"
राज्य की 90 सदस्यों विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग के सात जिलों और राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कबीरधाम और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों की 20 सीटों में पहले चरण में मतदान होगा जबकि शेष 70 सीटों पर दूसरे चरण में वोट डाले जाएंगे।
चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए नक्सल प्रभावित और दूसरे इलाकों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।