Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ में अबतक सिर्फ 3 मुख्यमंत्री बने, 2 ने पूरा किया कार्यकाल

Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ राज्य के गठन हुए 2 दशक से अधिक समय बीत चुका है। साल 2000 में मध्य प्रदेश के 16 जिलों को अलग कर इसे नया राज्य बनाया गया था। तब से अबतक 23 साल हो चुके हैं। हालांकि इस दौरान राज्य में अबतक सिर्फ तीन मुख्यमंत्री बने हैं- अजित जोगी (Ajit Jogi), रमन सिंह (Raman Singh) और भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)

अपडेटेड Nov 07, 2023 पर 5:18 PM
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Chhattisgarh Election: भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री हैं

Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ राज्य के गठन हुए 2 दशक से अधिक समय बीत चुका है। साल 2000 में मध्य प्रदेश के 16 जिलों को अलग कर इसे नया राज्य बनाया गया था। तब से अबतक 23 साल हो चुके हैं। हालांकि इस दौरान राज्य में अबतक सिर्फ तीन मुख्यमंत्री बने हैं- अजित जोगी (Ajit Jogi), रमन सिंह (Raman Singh) और भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)। दिवंगत अजीत जोगी राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे। उन्होंने नवंबर 2000 से दिसंबर 2003 तक सीएम पद का कार्यभार संभाला। इसके बाद बीजेपी (BJP) के रमन सिंह ने पदभार संभाला। वह न सिर्फ सीएम पद का कार्यकाल पूरा करने वाले छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने, बल्कि वह राज्य के सबसे अधिक समय तक सेवा करने मुख्यमंत्री भी बने। वह 2003 से 2018 तक लगातार तीन बार इस पद पर रहे।

रमन सिंह 1976-77 में एक युवा सदस्य के रूप में बीजेपी से जुड़े और 1990 और 1993 में मध्य प्रदेश विधानसभा में पहुंचे। जब छत्तीसगढ़ का गठन हुआ, तो पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया। उनके नेतृत्व में पार्टी ने 2003 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया। करीब 15 सालों के बाद 2018 के पिछले चुनाव में कांग्रेस ने रमन सिंह की अगुआई वाली बीजेपी को हराकर जीत हासिल की। मंगवार 7 नवंबर को छत्तीसगढ़ चुनाव के पहले चरण में जिन हाई-प्रोफाइल सीटों पर मतदान हो रहा है, उसमें से एक रमन सिंह की सीट भी है।

छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री बने भूपेश बघेल इस चुनाव के साथ राज्य में अपना पहला कार्यकाल पूरा करने वाले हैं। मुख्यमंत्री बनने से पहले वह छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष थे। लगातार तीन विधानसभा चुनाव और 2014 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद, कांग्रेस 2018 के विधानसभा चुनाव में एक नई रणनीति के साथ आई और उसने बघेल जैसे नेताओं को पार्टी में प्राथमिकता दी। कांग्रेस ने इस चुनाव में 68 सीटों के ऐतिहासिक बहुमत हासिल किया। वहीं बीजेपी सिर्फ 15 सीटें जीतने में ही कामयाब रही।


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बघेल को राजीव गांधी किसान न्याय योजना जैसी कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू करने के लिए जाना जाता है। इस योजना के तहत मक्का, कोदो, कुटकी, सोयाबीन, अरहर और गन्ना उगाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 9,000 रुपये मिलते हैं। बघेल अपनी पाटन सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। वह स्थानीय त्योहारों, खेल, कला और संस्कृति को भी बढ़ावा दे रहे हैं।

मौजूदा चुनावों में कांग्रेस बघेल सरकार की इन्ही कल्याणकारी योजनाओं के आधार पर सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही हैं। हालांकि बीजेपी भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों के साथ कांग्रेस को घेर रही है। हाल ही पार्टी ने महादेव बुक सट्टेबाजी ऐप मामले के आरोपी शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया था। वीडियो के मुताबिक, सोनी का आरोप है कि उनके पास बघेल को करीब 508 करोड़ रुपये का पेमेंट देने का 'सबूत' है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस अवैध सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट की जांच कर रहा है।

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First Published: Nov 07, 2023 5:17 PM

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