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BJP के चुनावी रथ और राष्ट्रीय राजनीति के लिए इन चुनावी नतीजों के ये हैं 7 मायने

राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बड़ा अंतर है, लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के चुनावी नतीजों से अगले साल के चुनावों को लेकर कई बड़े संकेत मिल रहे हैं। ये नतीजे कांग्रेस और विपक्षी इंडिया अलायंस के लिए भी काफी मायने रखते हैं

Nalin Mehtaअपडेटेड Dec 03, 2023 पर 2:52 PM
BJP के चुनावी रथ और राष्ट्रीय राजनीति के लिए इन चुनावी नतीजों के ये हैं 7 मायने
यह साफ है कि 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा ने चुनावी मैदान के लिहाज से अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। सेमी-फाइनल माने जाने वाले चुनावों में अपने दमदार प्रदर्शन से कई सवालों के जवाब दे दिए है।

BJP को तीन और Congress को 1 राज्य में मिली जीत ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए मैदान तय कर दिया है। हालांकि, राज्य विधानसभा और लोकसभा चुनावों में बड़ा अंतर है, लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के चुनावी नतीजों से अगले साल के चुनावों को लेकर कई बड़े संकेत मिल रहे हैं। ये नतीजे कांग्रेस और विपक्षी इंडिया अलायंस के लिए भी काफी मायने रखते हैं। इन चुनावी नतीजों से निम्नलिखित संकेत निकल रहे हैं:

1. ब्रांड मोदी को हराना अब भी नामुमकिन

सबसे पहला संकेत इन चुनीवी नतीजों ने यह दिया है कि ब्रांड मोदी की अपील अब भी बनी हुई है। लोकल चुनावों में इसके असर से इनकार नहीं किया जा सकता। यह ध्यान देने वाली बात है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास राज्य में कोई बड़ा चेहरा नहीं था। मध्य प्रदेश और राजस्थान में पार्टी ने वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह जैसे पुराने क्षत्रपों की मौजूदगी के बावजूद मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं किया। पार्टी का चुनावी स्लोगर था-प्रधानमंत्री या 'मोदी की गारंटी'। पार्टी ने तीनों राज्यों में इसका इस्तेमाल किया। अगर राज्यों के चुनावों में मोदी का इतना असर है तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के सिए लड़ाई कितनी मुश्किल होगी।

2. हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा का कैडर मजबूत

मध्य प्रदेश में करीब दो दशक तक सत्ता में रहने की वजह से एक्सपर्ट्स को तीन महीने पहले तक फिर से भाजपा के सत्ता में आने की उम्मीद नहीं थी। उधर, छत्तीसगढ़ में एग्जिट पोल ने कांग्रेस को मजबूत दिखाया गया था। इसके बावजूद हमें मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की लहर देखने को मिली। इन नतीजों से भाजपा के कैडर की मजबूती का पता चलता है। यह पता चलता है कि वे हर मतदाता तक पहुंच बनाने में कितना ज्यादा सक्षम हैं।

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