बेकार गया जातीय जनगणना का दांव : कांग्रेस पार्टी गांधीवादी विचारधारा से लेफ्ट की तरह मुड़ गई है और भारतीय मतदाताओं ने जातीय आधार पर आरक्षण की राजनीति को नकार दिया है। विपक्षी पार्टी ने जाति आधारित अधिकारों को लेकर नारा बुलंद किया था। कांग्रेस पार्टी ने 'जितना आबादी उतना हक' नारा दिया था, जिससे भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था पर इसके नतीजों को लेकर चिंता पैदा हो गई थी। इस कदम को हिंदुओं की अलग-अलग जातियों को बांटने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था। बीजेपी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह नारा संविधान की भावना के खिलाफ है, जिसमें कहा गया है कि जाति, क्षेत्र, जन्मस्थान या लिंग आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।