Gut Health: आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के खानपान और लाइफस्टाइल में काफी बदलाव आया है। इससे पाचन शक्ति पर असर पड़ता है। अब तो पाचन से जुड़ी समस्याएं हर उम्र के लोगों को हो रही हैं। भागदौड़ भरी जिंदगी, बेवक्त और उलटा-सीधा खाने की आदतों से पाचन क्रिया खराब हो जाती है। इससे पेट से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ने लगती हैं। ऐसे में पेट और आंत कमजोर पड़ने लगते हैं और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। आंत शरीर का दूसरा मस्तिष्क है। यह पूरे शरीर को ऑपरेट करती है। आंत दो तरह की होती है।
एक छोटी आंत होती है और एक बड़ी आंत होती है। बड़ी आंत को कोलन (Colon) कहते हैं। आंतों के काम की बात करें तो जो भी हम खाते हैं। उसके पोषक तत्वों को अवशोषित करने का काम आंत का ही होता है। हम जो लिक्विड या पानी पीते हैं। आंत उसे सोख लेती है। खाना पचने के बाद अपशिष्ट पदार्थ आंतों में जमा हो जाता है। यह मल के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है। जब किसी भी तरह की समस्या आती है तो आंत कमजोर हो जाती है। और ढंग से सफाई नहीं हो पाती है।
ऐसे लक्षण दिखते ही हो जाएं अलर्ट
अगर आपका पेट ठीक नहीं रहता तो आंत से जुड़ी कोई बीमारी हो सकती है। ऐसी स्थिति में पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं। जिसकी वजह से ब्लोटिंग, एसिडिटी, गैस-कब्ज और बार-बार खट्टी डकार आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस बीमारी का वक्त रहते इलाजा कराना बेहद जरूरी हो जाता है। इससे डेली लाइफ और नॉर्मल एक्टिविटीज पर बुरा असर पड़ सकता है। वहीं जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं। वो अपनी आंत को लेकर हमेशा सतर्क रहें। अगर आंत सेहतमंद है तो पूरा शरीर सेहतमंद रहेगा। अगर आंत में दिक्कत आएगी तो वेट लॉस प्रोसेस भी स्लो हो जाएगा। पेट की चर्बी कम करके डाइजेशन को मजबूत करना बेहद जरूरी है।
अगर आप हद से ज्यादा मीठा खाते हैं तो अभी से इन चीजों से तौबा कर लें। इसकी वजह ये है कि मिठाईयां, कैंडीज, केक या मीठा ड्रिंक सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आंत में खराबी आ सकती है। वहीं कमजोर इम्यूनिटी वालों को आंत की सेहत का ज्यादा ध्यान देने की जरूरत रहती है।